Samudrik Shastra: हमारे शरीर के कई हिस्सों पर तिल का होना आम बात है। तिलों का रंग काला या भूरा हो सकता है। लेकिन सामुद्रिक शास्त्र में व्यक्ति के शरीर पर मौजूद तिलों से जुड़ी कुछ रोचक बातें बताई गई हैं। सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक शरीर के कुछ हिस्सों पर तिल होना शुभ माना गया है, हालांकि ये जरूरी नहीं कि हर जगह तिल होना शुभ हो। आइए जानते हैं हमारे शरीर पर किस जगह तिल होना भाग्यशाली माना जाता है…
पीठ पर तिल होना
जिन लोगों के पीठ पर तिल होता है उन्हें बहुत भाग्यशाली माना जाता है। ऐसे लोगों का स्वभाव खुशमिजाज होता है। साथ ही ये लोग बहादुर भी होते हैं। ऐसे व्यक्तियों के मन में अपने जीवनसाथी के लिए भी बहुत प्रेम होता है। आकर्षक व्यक्तित्व के ये लोग कम उम्र में ही धनवान बन जाते हैं।
ठोड़ी पर तिल होना
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार ठोड़ी पर तिल होना बेहद शुभ माना गया है। जिन लोगों की ठोड़ी पर तिल होता है उन्हें सजने संवरने का बहुत शौक होता है। इस कारण ऐसे व्यक्ति अपने ऊपर काफी खर्चा भी करते हैं। साथ ही इन लोगों का धन की तरफ काफी झुकाव होता है, इसलिए पैसे कमाने के लिए ये काफी लगन से काम करते हैं।
माथे पर तिल होना
माना जाता है कि जिन महिलाओं के माथे पर तिल होता है उनका भाग्य हमेशा उनका साथ देता है। ऐसी महिलाएं आत्मविश्वास से भरपूर होती हैं और अपने दम पर जीवन में बड़ा मुकाम हासिल करती हैं। ये महिलाएं जहां भी जाती हैं वहां सब इनके व्यक्तित्व से प्रभावित होकर उनकी चर्चा करते हैं।
गले पर तिल होना
समुद्री शास्त्र कहता है कि अगर किसी महिला के गले पर तिल होता है तो वह बहुत धैर्य वाली होती है। ऐसी महिलाएं अपने घरवालों को भी खूब खुश रखती हैं। इन्हें समाज में सम्मान मिलता है।