Garuda Purana: हिन्दू धर्म में गरुड़ पुराण एक महत्वपूर्ण पुराण माना जाता है। इसमें जीवन के धार्मिक, आध्यात्मिक, और दार्शनिक ज्ञान का चित्रण किया गया है। हिंदू धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि व्यक्ति अपने जीवनकाल में जो भी कार्य करता है, उसे अपने जीवन में उसी प्रकार का प्रतिफल भी मिलता है। यही कारण है कि गरुड़ पुराण में उन सभी बातों का वर्णन किया गया है,जिसको करने से मनुष्य का जीवन खुशहाल होता हैं तथा मृत्यु के बाद उसे मोक्ष की प्राप्ति भी होती हैं |
बता दें कि गरुड़ पुराण वैष्णव धर्म से संबंधित एक महापुराण है| इस पुराण के सर्वोच्च देव भगवान विष्णु हैं। गरूड़ पुराण विष्णुभक्ति का व्यापक वर्णन करता है। इसमें भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, सदाचार और निष्काम कर्म की महिमा के साथ यज्ञ, दान, तप तीर्थ आदि शुभ कार्यों में लोगों को प्रेरित करने के लिए कई लौकिक और पारलौकिक लाभ बताए गए हैं। इस पुराण में भगवान विष्णु ने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन को सुखमय और खुशहाल बनाना चाहता हैं तो उसे हमेशा अच्छे काम करने चाहिए।
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भोजन दान:
गरुड़ पुराण में भोजन दान को बहुत महत्व दिया गया है| इस पुराण में बताया गया है कि अगर कोई व्यक्ति भूखे और जरूरतमंदों लोगों को भोजन का दान करता है तो उससे उस व्यक्ति को बहुत पुण्य प्राप्त होता है। इसलिए आपको अपनी क्षमतानुसार समय-समय पर दान देना चाहिए और हो सके तो नियमित रूप से किसी भूखे को भोजन भी खिलाना चाहिए। ऐसा माना जाता हैं कि ऐसा करने से न केवल मनुष्य का जीवन सुखमय होता है बल्कि उसकी आने वाली साथ पीडियों तक रक्षा करता है |
भोग:
गरुड़ पुराण में बताय गया हैं कि जिस घर में भोजन बनने के पश्चात उसे बिना चखे भगवान को अर्पित किया जाता है | उस घर में माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है और कभी धन की कमी नहीं होती है | इसलिए यदि आप भी अपने घर में सुख-समृद्धि चाहते हैं तो प्रतिदिन खाने से पहले भगवान को अवश्य भोग लगाएं |
कुलदेवता का पूजन:
हिन्दू धर्म के अनुसार यदि घर के कुलदेवता प्रसन्न रहते हैं तो व्यक्ति को अपने सभी कष्टों से मुक्ति प्राप्त होती है | साथ ही घर में चारों और खुशहाली रहती है | गरुड़ पुराण में भी घर की खुशहाली और समृद्धि के लिए नियमित रूप से अपने कुल देवता के पूजन का विशेष महत्व माना गया है |
धार्मिक साहित्य पढ़े:
धार्मिक ग्रंथों से हमारे धर्म और संस्कृति का पता चलता है। धर्मिक ग्रंथ पढ़ने से हमें मोक्ष, ईश्वर, आत्मा और जगत के बारे में वास्तविक ज्ञान मिलता है। इसलिए गरुड़ पुराण के अनुसार वास्तविक ज्ञान की प्राप्ति के लिए मनुष्य को नियमित रूप से किसी धार्मिक ग्रंथ को अवश्य पढ़ना चाहिए |
विचार विश्लेषण:
मनुष्य के जीवन में उतार चढ़ाव आते ही रहते हैं | कभी -कभी जीवन में आने वाली कठिनाईओं से हम बहुत परेशान हो जाते हैं | मानसिक तनाव बढ़ने लगता हैं जिसका प्रभाव हमरे परिवार पर भी पड़ता है | ऐसे में जीवन में मानसिक शांति बहुत जरूरी होती है। इसलिए गरुड़ पुराण में कहा गया है कि हर व्यक्ति अपने पूरे दिन में से कुछ वक़्त निकालकर चिंतन या मेडिटेशन अवश्य करना चाहिए | ऐसा करने से व्यक्ति को गुस्सा नहीं आता और उसका मन शांत रहता हैं|
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सभी जानकारियाँ सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं। विभिन्न माध्यमों से एकत्रित करके ये जानकारियाँ आप तक पहुँचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज़ सूचना पहुँचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज़ सूचना समझकर ही लें। किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि का होना संयोग मात्र है। Bynewsindia. com इसकी पुष्टि नहीं करता है।