Lok Sabha Elections 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। चुनाव से पहले बिहार कांग्रेस पार्टी को लगातार झटके पर झटके लग रहे हैं। बिहार में पूर्व अध्यक्ष के बाद कांग्रेस के एक और दिग्गज नेता ने पार्टी छोड़ से इस्तीफा दे दिया है। बीते दिनों पार्टी सीट शेयर को लेकर परेशानी चल रही थी। सीट बंटवारे की समस्या हल होने के बाद अब कांग्रेस पार्टी में नेताओं के इस्तीफे की झड़ी सी लग गई है। रविवार को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने पार्टी छोड़ी, तो सोमवार को असित नाथ तिवारी ने कांग्रेस प्रवक्ता पद इस्तीफा दे दिया है।
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बिहार में कांग्रेस छोड़ने का सिलसिला तेज
रविवार को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा के बाद अजय सिंह टुन्नू और असित नाथ तिवारी ने भी पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। टुन्नू बिहार कांग्रेस कमेटी के सदस्य थे। उन्होंने प्रेस-विज्ञप्ति जारी कर बताया कि कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
अजय सिंह टुन्नू ने लगाए ये आरोप
इस्तीफा देने के बार अजय सिंह टुन्नू ने कांग्रेस पर कई आरोप लगाए है। जहानाबाद के जिला पार्षद रह चुके टुन्नू ने कहा कि पार्टी ने लगातार उपेक्षापूर्ण व्यवहार किया, जिससे वे काफी आहत हुए है। आलाकमान पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि प्रखंड अध्यक्ष, जहानाबाद जिला की युवा इकाई का अध्यक्ष व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य के रूप में उनके योगदान को पार्टी के जिम्मेदार लोग भूल गए है।
असित नाथ तिवारी ने इसलिए छोड़ी पार्टी
असित नाथ तिवारी ने कहा कि व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है। लेकिन माना जा रहा है। नाराजगी के कारण उन्होंने पार्टी छोड़ी है। कहा जा रहा है कि पार्टी के पास कोई विजन नहीं है।कांग्रेस के अंदर बेहद अराजकता की स्थिति बन गई है। संवादहीनता के कारण लगातार नेता कांग्रेस को छोड़ रहे हैं।
पार्टी में अंदरूनी कलह हावी
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस में लंबे समय से अंदरूनी कलह जारी है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि राज्य कमेटी का 5 सालों में विस्तार नहीं हो सका। पार्टी के पास 19 विधायक थे। इनमें से तीन विधायकों ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है। संभावना जताई जा रही है आने वाले दिनों कुछ और नेता भी हाथ का साथ छोड़ सकते है।