Astrology: हिन्दू धर्म में स्त्री को देवी का दर्जा दिया गया है। वहीं पर अगर किसी घर में कन्या का जन्म होता है तो कहा जाता है कि घर में लक्ष्मी आई है। साथ ही शादी के बाद भी जब घर में बहू का प्रवेश होता है तो उसे भी घर की लक्ष्मी माना जाता है। यूं तो हर बेटी अपने माता-पिता की शान होती है। परंतु सामुद्रिक शास्त्र में कुछ ऐसी खूबियां बताई गई हैं जो अगर किसी स्त्री में होती हैं तो उसे बहुत सौभाग्यशाली माना जाता है। ऐसी महिलाएं अपने माता-पिता के साथ ही प्रेमी, पति और ससुराल वालों के ;लिए भी बहुत लकी होती हैं। आइए जानते हैं उन विशेषताओं के बारे में…
पांव की उंगलियां का बराबर होना- सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, जिस महिला के पांव की हर उंगली समान लंबाई की यानि बराबर होती है, ऐसी महिला जिंदगीभर खुशियां पाती हैं और इनके होने से परिवार में भी खुशहाली बनी रहती है।
पैरों के तलवे त्रिकोण का चिन्ह- माना जाता है कि जिन लड़कियों के पैरों के तलवों के नीचे त्रिकोण का निशान होता है वो बहुत बुद्धिमान होती हैं और हर काम सूझ-बूझ से करती हैं। इनका स्वभाव सबकी सहायता करने वाला होता है।
नाक के पास तिल- सामुद्रिक शास्त्र में शरीर के विभिन्न हिस्सों पर तिल होने के कई संकेत बताए गए हैं। वहीं अगर किसी स्त्री की नाक के अगले हिस्से पर तिल या मस्सा होता है तो ये उसके सौभाग्यशाली होने की निशानी माना जाता है।
पैरों के तलवे सर्पाकार होना- कहते हैं कि जिन महिलाओं के पैरों के तलवे सर्पाकार होते हैं उन्हें भाग्य का बहुत साथ मिलता है। ये जीवन में हर मुश्किल से आसानी से गुजर जाती हैं। इन पर ईश्वर की कृपा भी हमेशा बनी रहती है।
नाभि के आसपास तिल होना- अगर किसी महिला की नाभि के ठीक नीचे या आसपास तिल अथवा मस्सा होता है तो ये अपने माता-पिता के लिए बहुत भाग्यशाली होती हैं। इन महिलाओं को जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती। इसके अलावा माथे पर तिल होना भी शुभ माना जाता है। जिस महिला के माथे के ठीक बीच में तिल होता है उसकी शादी काफी धनी और सम्पन्न व्यक्ति से होती है।