Mutual Funds vs Fixed Deposit: आज के समय में कोई निवेश करना चाहता है कि तो उसके सामने कई ऑप्शन हैं। निवेशकों के बीच दो बहुत लोकप्रिय विकल्प फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) और म्यूचुअल फंड हैं। एफडी और म्यूचुअल फंड दोनों ही निवेश किया जाता हैं। इन दोनों में अलग-अलग लाभ और नुकसान मिलता है। एफडी को एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है, जो मध्यम रिटर्न देता है। वहीं, म्यूचुअल फंड में अधिक जोखिम के साथ उच्च रिटर्न मिलता है। आइये जानते हैं इन दोनों में क्या अंतर है और कौन सा निवेश विकल्प बेहतर है।
फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है
बड़ी संख्या में लोग बैंक एफडी में बहुत विश्वास करते है। इसका कारण यह है कि इसमें पैसा न सिर्फ सुरक्षित रहता है बल्कि आको एक तय ब्याज दर के साथ गारंटीड रिटर्न भी दिया जाता है। बैंकों से एफडी पर मिलने वाला ब्याज, रिजर्व बैंक के रेपो रेट पर निर्भर करता है। भारतीय रिजर्व बैंक का रेपो रेट जिनता ज्यादा होगा, एफडी पर आपको उतना ही ज्यादा ब्याज भी मिलेगा। इस प्रकार से एफडी पर हमेशा कम ब्याज मिलता है।
एफडी पर मिलता है 7 प्रतिशत ब्याज
यदि कोई किसी बैंक में लंबे समय के लिए एफडी में निवेश करता है तो उसको ज्यादा ब्याज मिलता है। इसकी खास बात यह है कि इसमें वरिष्ठ नागरिकों को सामान्य नागरिकों की तुलना में 0.50 फीसदी ज्यादा ब्याज दिया जाता है। वर्तमान में बैंक एफडी पर औसतन 6.99 प्रतिशत का ब्याज दे रहा है।
जानिए एफडी का गणित
यदि कोई 10 साल की मैक्सिमम अवधि के लिए 10 लाख रुपए एफडी में निवेश करता है। ब्याज पर गणना करें तो 10 साल में 6.99 फीसदी की ब्याज दर के हिसाब से कुल 9,82,019 रुपए का ब्याज मिलेगा। यानी आपका जमा पैसा दोगुना हो जाता है। 10 साल की मेच्योरिटी के बाद आपको कुल 19,82,019 रुपए मिलेंगे।
म्यूचुअल फंड्स
एफडी के मुकाबले म्यूचुअल फंड्स में लोगों का रुझान अधिक है। इसमें निवेश करने से कम समय में मोटा रिटर्न मिलता है। हालांकि, म्यूचुअल फंड्स निवेश पर मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से बाजार पर निर्भर है। बाजार में तेजी है तो रिटर्न भी अधिक मिलेगा। यदि बाजार गिरा तो पैसा डूबने की संभावना भी बढ़ जाती है। म्यूचुअल फंड्स में अलग से चार्जेस भी वसूले जाते हैं।
म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन
म्यूचुअल फंड में आपको मिलने वाला ब्याज एफडी से अधिक हो सकता है, लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है कि यह स्थिर रहेगा। इसलिए एफडी के विपरीत, म्यूचुअल फंड में लाभ न तो स्थिर होता है और न ही एक समान। ऐसा इसलिए है क्योंकि इक्विटी म्यूचुअल फंड शेयर बाजार में अस्थिरता के अधीन हैं। इसलिए, प्रत्येक म्यूचुअल फंड एक अच्छे प्रिंट के साथ आता है, जिसमें कहा गया है कि म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है।