Punjab Police: पंजाब पुलिस ने भारत-पाक सीमा के पास सक्रिय एक बड़े हथियार तस्करी नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया। खुफिया जानकारी के आधार पर फिरोजपुर पुलिस ने दो प्रमुख आरोपियों—गुरप्रीत सिंह उर्फ गोरी और विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की—को गिरफ्तार किया। दोनों के कब्जे से 6 ग्लॉक 9 एमएम पिस्तौलें, 4 मैगजीन और 4 जिंदा कारतूस बरामद हुए। प्रारंभिक पूछताछ में विक्रमजीत ने एक पाकिस्तानी तस्कर के साथ सीधे संपर्क की बात कबूल की, जिसके खुलासे पर पुलिस ने दो अतिरिक्त ग्लॉक पिस्तौलें जब्त कीं। यह कार्रवाई पंजाब में अवैध हथियारों के बढ़ते प्रवाह को रोकने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है।
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Punjab Police: पंजाब के डीजीपी ने जारी किया बयान
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने आधिकारिक एक्स हैंडल (@DGPPunjabPolice) पर इस सफलता की जानकारी साझा की। उन्होंने पोस्ट किया, ‘खुफिया जानकारी के आधार पर, फिरोजपुर पुलिस ने सीमा पार हथियार तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया। गुरप्रीत सिंह उर्फ गोरी और विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से 6 ग्लॉक 9 एमएम पिस्तौलें, 4 मैगजीन और 4 जिंदा कारतूस बरामद।’ डीजीपी ने आगे बताया कि विक्रमजीत पाकिस्तानी तस्कर के निर्देश पर स्थानीय संपर्कों को हथियार सप्लाई कर रहा था। उसके बयान पर दो और पिस्तौलें बरामद हुईं, जो ड्रोन के जरिए सीमा पार धकेली गई थीं।
Punjab Police: जब्त हथियार और नेटवर्क का खुलासा: पाकिस्तानी कनेक्शन
फिरोजपुर के एसएसपी अंकित मल्होत्रा ने बताया कि कार्रवाई 10 नवंबर रात को खेमकरन सेक्टर के पास हुई। गुरप्रीत (32) और विक्रमजीत (28), दोनों फिरोजपुर जिले के निवासी, पाकिस्तानी हैंडलर ‘शाह’ के संपर्क में थे। विक्रमजीत ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह एन्क्रिप्टेड ऐप्स जैसे व्हाट्सएप और सिग्नल के जरिए पाकिस्तानी तस्करों से जुड़ा था। हथियार ड्रोन और अन्य साधनों से अमृतसर, तरन तारन और फिरोजपुर सेक्टर्स में ड्रॉप किए जाते थे। कुल 8 ग्लॉक पिस्तौलें (ऑस्ट्रिया मेड) जब्त हुईं, जो गैंगस्टरों और अपराधियों को 50-60 हजार रुपये प्रति पीस बेची जाती थीं।
Punjab Police: नेटवर्क विदेशी संचालकों और पाकिस्तानी हैंडलर्स का जाल
इस गिरफ्तारी से एक पुराने मामले का भी सुराग मिला। विक्रमजीत के बयान से 2024 का एक केस सामने आया, जिसमें एके-47 राइफल की तस्करी शामिल थी। पुलिस अब जब्त मोबाइल फोन, लैपटॉप और डिजिटल डिवाइसों का फॉरेंसिक विश्लेषण कर रही है। एसएसपी ने कहा, ‘यह नेटवर्क विदेशी संचालकों, पाकिस्तानी हैंडलर्स और स्थानीय एजेंट्स का जाल है। हम पूरी चेन तोड़ने के लिए पड़ोसी राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों जैसे बीएसएफ और एनआईए के साथ समन्वय कर रहे हैं।’ गिरफ्तारियों के बाद फिरोजपुर, फाजिल्का और तरन तारन में अतिरिक्त नाके लगाए गए हैं।
Punjab Police: पंजाब में हथियार तस्करी का बढ़ता खतरा
पंजाब पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, 2025 में अब तक 150 से अधिक हथियार तस्करी के मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें 300 से ज्यादा पिस्तौलें और राइफलें जब्त की गईं। ज्यादातर कनेक्शन पाकिस्तान से जुड़े हैं, जहां ड्रोन का इस्तेमाल आम हो गया है। डीजीपी यादव ने कहा, “ये हथियार शांति भंग करने और अपराध बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होते हैं। हमारी इंटेलिजेंस यूनिट ने 70% नेटवर्क्स को तोड़ा है।” विशेषज्ञों का मानना है कि सीमा पर ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम मजबूत करने की जरूरत है।
अमृतसर और फिरोजपुर में कई कार्रवाई
पिछले महीनों में अमृतसर और फिरोजपुर में कई ऐसी कार्रवाई हुईं। अगस्त 2025 में अमृतसर में 4 गिरफ्तारियां हुईं, जिनके पास 7 पिस्तौलें (2 ग्लॉक सहित) बरामद हुईं। सितंबर में 6 लोगों को 4 किलो हेरोइन और 2 पिस्तौलों के साथ पकड़ा गया। जनवरी में तरन तारन के गुरप्रीत सिंह उर्फ काका को 3 ग्लॉक के साथ गिरफ्तार किया गया। ये घटनाएं दर्शाती हैं कि तस्करी का जाल कितना जटिल है।
सुरक्षा एजेंसियों का संयुक्त प्रयास
बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने संयुक्त अभियान तेज कर दिया है। डीजीपी ने एक्स पर अपील की, “सीमावर्ती इलाकों में सतर्क रहें। अवैध गतिविधियों की सूचना दें।” मुख्यमंत्री भगवंत मान ने डीजीपी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी और कहा, “पंजाब की शांति हमारी प्राथमिकता है। ऐसे नेटवर्क्स को जड़ से उखाड़ेंगे।” विपक्ष ने भी सराहना की, लेकिन और सख्ती की मांग की।
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