Road Accident: राजस्थान की राजधानी जयपुर में सोमवार सुबह एक भयानक सड़क हादसे ने पूरे शहर को सन्नाटे में डुबो दिया। हरमाड़ा थाना क्षेत्र के लोहामंडी रोड पर तेज रफ्तार डंपर ने पहले एक कार को ठोक दिया, फिर रोंग साइड से कई वाहनों को कुचलते हुए पलट गया। इस दिल दहला देने वाली घटना में 14 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे का मुख्य आरोपी डंपर ड्राइवर कल्याण मीणा ने पुलिस के सामने सारी सच्चाई कबूल कर ली। उसने बताया कि वह नशे में धुत था और कार चालक के टोकने पर गुस्से में आकर डंपर को बेकाबू कर दिया। इस लापरवाही ने 14 परिवारों की जिंदगी बर्बाद कर दी।
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Road Accident: हादसे का भयावह मंजर
घटना सोमवार सुबह करीब 9 बजे की है, जब जयपुर का व्यस्त लोहामंडी रोड सामान्य दिनचर्या में मग्न था। कल्याण मीणा नामक ड्राइवर अपनी कंपनी से गिट्टी लोड कर वापस लौट रहा था। चश्मदीदों के मुताबिक, डंपर तेज रफ्तार में था और अचानक रोंग साइड पर घुस गया। पहले एक कार से जोरदार टक्कर हुई, फिर एक्टिवा स्कूटर और अन्य वाहनों को रौंदते हुए डंपर पलट गया। सड़क पर खून से लथपथ शव बिखर गए। धुएं और चीख-पुकार के बीच राहगीरों ने बचाव कार्य शुरू किया। स्थानीय लोग और ट्रैफिक पुलिस ने घायलों को नजदीकी सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचाया। हादसे के बाद सड़क पर जाम लग गया और इलाके में सन्नाटा छा गया।
Road Accident: शराब और गुस्से की आग में जल गईं 14 जानें
पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान कल्याण मीणा ने अपना अपराध कबूल लिया। उसने बताया, ‘मैं सुबह से ही परेशान था। घर की मजबूरियों ने मुझे तोड़ दिया था। सुबह गांव से मोटरसाइकिल पर निकला, कंपनी पहुंचा और गिट्टी लोड की। रास्ते में शराब की लत ने मुझे रोक लिया। पहले एक पव्वा देशी शराब पी, फिर दुकान से दो और पव्वे खरीदकर वहीं ही गटक लिए।’ मीणा ने स्वीकार किया कि नशे में उसका संतुलन बिगड़ गया था। कार चालक ने उसे टोका, ‘भाई साहब, सड़क पर गाड़ी कैसे चला रहे हो? ‘इससे गुस्से का गुबार फूट पड़ा। उसने कहा, ‘गुस्से में मैंने डंपर को रोंग साइड से तेज भगाया। एक्टिवा से भी टकराया, लेकिन रुका नहीं। सब कुछ धुंधला सा लग रहा था।’ पुलिस ने करीब तीन घंटे की सख्त पूछताछ में उसकी बातों को सीसीटीवी फुटेज से सत्यापित किया। मेडिकल जांच में उसके खून में शराब की भारी मात्रा पाई गई।
Road Accident: पुलिस की त्वरित कार्रवाई
हादसे के तुरंत बाद हरमाड़ा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया। एसपी राजेश मीणा ने बताया कि मामला भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 304 (गैर-इरादतन हत्या) और मोटर वाहन अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा, ‘ड्राइवर की लापरवाही स्पष्ट है। हम चश्मदीदों के बयान, सीसीटीवी और मेडिकल रिपोर्ट से जांच पूरी करेंगे।’ पुलिस ने डंपर जब्त कर लिया और कंपनी प्रबंधन से भी पूछताछ शुरू की। क्या कंपनी ने ड्राइवर को शराब पीने की चेतावनी दी थी? इसकी पड़ताल हो रही है। साथ ही, सड़क सुरक्षा के लिए विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
Road Accident: मृतकों के परिवारों का दर्द: 14 घरों में मातम
हादसे में मारे गए 14 लोगों में ज्यादातर स्थानीय निवासी, दैनिक मजदूर और राहगीर थे। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। एक परिवार ने बताया, ‘हमारा इकलौता बेटा एक्टिवा पर था, अब घर सूना हो गया।’ घायलों में से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। जयपुर कलेक्टर ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता की घोषणा की। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शोक व्यक्त किया और दोषियों को कड़ी सजा का आश्वासन दिया।
Road Accident: सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा राजस्थान में शराब पीकर वाहन चलाने की बढ़ती प्रवृत्ति पर सवाल खड़ा करता है। पिछले एक साल में ऐसे 200 से अधिक हादसे हो चुके हैं, जिनमें सैकड़ों मौतें हुईं। विशेषज्ञों का कहना है कि सख्त कानून, चेकपोस्ट और जागरूकता अभियान जरूरी हैं। सामाजिक संगठनों ने सरकार से मांग की है कि शराबी ड्राइवरों की संपत्ति जब्त करने का प्रावधान हो। जयपुर में प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर न्याय की मांग की।
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