Bilaspur Train Accident: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में बड़ा रेल हादसा हो गया। हावड़ा रूट पर लालखदान के पास एक पैसेंजर मेमू ट्रेन और खड़ी मालगाड़ी आमने-सामने से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि यात्री ट्रेन का आगे का डिब्बा, जिसमें इंजन और कई यात्री सवार थे, पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। कई कोच पटरी से उतर गए, जिससे घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों की चीख-पुकार से पूरा इलाका गूंज उठा। हादसे में अब तक 11 यात्रियों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है, क्योंकि कुछ घायलों की हालत गंभीर है।
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Bilaspur Train Accident: मालगाड़ी के ऊपर चढ़ी पैसेंजर ट्रेन
मेमू पैसेंजर ट्रेन बिलासपुर से रायपुर की ओर जा रही थी, तभी लालखदान स्टेशन के पास यह हादसा हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मालगाड़ी पटरी पर खड़ी थी और अचानक पैसेंजर ट्रेन तेज गति से आकर टकरा गई। टक्कर के बाद ट्रेन के तीन-चार कोच पटरी से उतरकर पास के खेतों में जा गिरे। धुएं का गुबार उठने लगा और यात्रियों में भगदड़ मच गई। कई यात्री कोच के अंदर फंस गए, जिन्हें बाहर निकालने में स्थानीय लोग भी जुट गए।
Bilaspur Train Accident: मुख्य लाइन पर परिचालन पूरी तरह ठप
सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन हरकत में आ गया। रेलवे की रेस्क्यू टीम, मेडिकल यूनिट और एनडीआरएफ की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं। बिलासपुर रेल मंडल के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। घायलों को तत्काल एम्बुलेंस से बिलासपुर के सिम्स अस्पताल और अन्य नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और प्रभावित ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर दिया है। हावड़ा-मुंबई मुख्य लाइन पर परिचालन पूरी तरह ठप हो गया है, जिससे कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं।
Bilaspur Train Accident: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बयान
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हादसे पर गहरा दुख जताया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा, बिलासपुर के पास ट्रेन दुर्घटना का समाचार अत्यंत दु:खद है। बिलासपुर जिला कलेक्टर से जानकारी लेकर उन्हें हरसंभव सहायता और राहत कार्य संबंधित निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ है।
सीएम साय ने आगे कहा कि रेलवे और प्रशासन की टीमें तुरंत राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई हैं। घायलों के उपचार के लिए सभी आवश्यक संसाधन और चिकित्सा सहायता सुनिश्चित की जा रही है। राज्य सरकार पूरी तत्परता और संवेदनशीलता के साथ स्थिति पर नजर रख रही है। उन्होंने रेलवे मंत्री से भी बात कर केंद्र से अतिरिक्त सहायता मांगी है।
Bilaspur Train Accident: बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू: उपमुख्यमंत्री
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने भी ‘एक्स’ पर पोस्ट कर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, एक बहुत ही दुखद घटना घटी है। मेमू यात्री ट्रेन एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई। टक्कर में आगे का डिब्बा, जिसमें इंजन और कुछ यात्री भी थे, क्षतिग्रस्त हो गया। रेलवे और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और बड़े पैमाने पर बचाव एवं राहत अभियान शुरू हो गया है।
साव ने बताया कि राज्य सरकार प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचा रही है। घायलों के इलाज के लिए विशेष टीम गठित की गई है और मुआवजे की घोषणा जल्द की जाएगी। उन्होंने यात्रियों से अपील की कि वे धैर्य रखें और रेलवे की हेल्पलाइन से संपर्क करें।
हादसे के कारण और जांच की मांग
प्रारंभिक जांच में सिग्नल फेलियर या मानवीय भूल को हादसे का कारण बताया जा रहा है, लेकिन रेलवे ने आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा। रेलवे बोर्ड ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। विपक्षी दल कांग्रेस ने हादसे की सीबीआई जांच की मांग की है और रेलवे की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय विधायक ने भी केंद्र सरकार से मुआवजे की मांग की है।
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