Indore Fire: इंदौर के राऊ पुलिस स्टेशन इलाके में एक रासायनिक गोदाम में लगी आग ने शहर को सिहरा दिया। देवउठनी एकादशी की पूजा के दौरान जलाए गए दीयों से भड़की यह आग बड़ी मात्रा में स्टोर थिनर के संपर्क में आकर विकराल रूप धारण कर गई। दो महिलाओं की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गया। दमकलकर्मियों ने डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक भारी तबाही मच चुकी थी। यह हादसा औद्योगिक सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर रहा है।
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Indore Fire: केमिकल फैक्ट्री में लगी आग
घटना शनिवार शाम करीब 6:30 बजे आरआर-कैट रोड स्थित स्वास्तिक एंटरप्राइजेज रासायनिक गोदाम में घटी। गोदाम मालिक भैयालाल मुकाती द्वारा किराए पर दिया गया यह स्थान सूरज भगवानी द्वारा संचालित था, जहां प्लास्टिक रिसाइक्लिंग और रसायनों की पैकिंग का काम होता था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एकादशी पूजा के लिए पत्थर की मिट्टी से बने दीये जलाए गए थे, जो थिनर के ड्रमों के पास रखे थे। थिनर, एक अत्यधिक ज्वलनशील सॉल्वेंट जो पेंट और केमिकल उद्योगों में इस्तेमाल होता है, ने तुरंत आग को भड़का दिया। लपटें इतनी तेज रहीं कि गोदाम में मौजूद लोग भागने लगे। आग ने आसपास के एक प्रिंटिंग प्रेस तक फैलने का प्रयास किया, लेकिन समय रहते रोक ली गई।
Indore Fire: दो महिलाओं के शव बरामद
आग बुझने के बाद दमकलकर्मी और एसडीआरएफ टीम अंदर घुसी। वहां दो महिलाओं के अधजले शव मिले, जो जिंदा जल चुकी थीं। मृतकों की पहचान रामकली (50), पत्नी हरिदास अहिरवार (रंगवासा निवासी), और ज्योति नीम (34-38 वर्ष), पत्नी मनोज नीम (श्रीराम नगर निवासी), के रूप में हुई। रामकली सागर जिले के मूल निवासी थीं। घायल सूरज भगवानी (34) के दोनों हाथ बुरी तरह झुलस गए। उन्हें तत्काल मायो अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। सूरज गोदाम के संचालक थे और आग लगने के समय मौके पर थे।
Indore Fire: चार दमकल वाहनों की मशक्कत, धुएं ने बढ़ाई मुश्किल
स्थानीय निवासियों ने जोरदार धमाके और घने धुएं की शिकायत की। सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग ने तुरंत पहुंच बनाई। चार फायर टेंडरों को लगाया गया, लेकिन घने धुएं और रसायनों की तीव्रता ने बचाव कार्य को जटिल बना दिया। आग पर काबू पाने में करीब डेढ़ घंटे लगे, यानी शाम 7:45 बजे तक स्थिति नियंत्रित हुई। इस दौरान आसपास की इकाइयों को खाली कराया गया। सौभाग्य से अन्य कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन कई लोग धुएं से सांस की तकलीफ महसूस कर रहे हैं।
Indore Fire: डीसीपी का बयान – पूजा का दीया बना काल
इंदौर जोन-1 के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस कृष्णा लालचंदानी ने बताया, “पीड़ित लोग एकादशी पूजा कर रहे थे। दीये थिनर के पास जलाए गए, जिससे आग फैल गई। शुरुआती जांच में यह दुर्घटना नजर आ रही है, लेकिन लापरवाही की पड़ताल जारी है।” उन्होंने कहा कि गोदाम में थिनर और अन्य ज्वलनशील रसायनों की मिश्रण-पैकिंग हो रही थी। सूरज भगवानी के पिता हरिदास ने बताया, “हम कंटेनर भर रहे थे जब आग लगी। सब भागे, लेकिन रामकली और ज्योति फंस गईं।” पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
Indore Fire: लाइसेंस और सुरक्षा पर सवाल, जांच में फोकस
पुलिस अब गोदाम के लाइसेंस की जांच कर रही है। क्या यहां खतरनाक पदार्थों को स्टोर करने की अनुमति थी? क्या सुरक्षा उपाय जैसे फायर एक्सटिंग्विशर और वेंटिलेशन थे? एडीसीपी अलोक कुमार शर्मा ने कहा, “यह स्टोरेज यूनिट थी या मैन्युफैक्चरिंग, यह कन्फर्म होगा। लापरवाही पाई गई तो सख्त कार्रवाई।” मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और फैक्ट्री विभाग भी जांच में शामिल हो गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि रासायनिक गोदामों में धार्मिक आयोजनों के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए।
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