Bihar Crime: बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार देर रात उद्योगपति और समाजसेवी गोपाल खेमका की हत्या ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है। गांधी मैदान थाना क्षेत्र के रामगुलाम चौक के पास अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी। घटनास्थल गांधी मैदान थाना से मात्र 600 मीटर की दूरी पर है, इसके बावजूद पुलिस समय पर नहीं पहुंच सकी, जिस पर परिवार और स्थानीय लोगों ने गहरी नाराजगी जताई है।
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Bihar Crime: कैसे दिया वारदात को अंजाम
घटनास्थल पर मौजूद बिल्डिंग के गार्ड राम पारस ने बताया कि रात करीब साढ़े 11 बजे गोपाल खेमका ने बिल्डिंग का गेट खोलने के लिए गाड़ी का हॉर्न बजाया। जैसे ही वह गेट खोलने पहुंचे, गोलियों की आवाज गूंजी। जब गेट खोला गया, तब तक खेमका की मौत हो चुकी थी। राम पारस ने कहा, हम कुछ समझ पाते इससे पहले ही सब कुछ हो गया। कोई दिखाई नहीं दिया, घटना चंद सेकंड में हो गई।
Bihar Crime: पुलिस की लेटलतीफी पर नाराजगी
गोपाल खेमका के भाई शंकर खेमका ने कहा, “हमें नहीं लगता कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी थी। वह रोज सुबह 10 बजे ऑफिस जाते थे। वारदात की जानकारी मिलने के बावजूद पुलिस निष्क्रिय रही, यह समझ से परे है। रात डेढ़ बजे गांधी मैदान थाना की पुलिस आई, 2 बजे डीएसपी और फिर ढाई बजे पटना सिटी एसपी आईं। हमने खुद पुलिस को बताया कि कहां गोली चली है और कहां खोखा गिरा है। ऐसा लग रहा था जैसे पुलिस तमाशा देखने आई हो।”
Bihar Crime: सांसद रामकृपाल यादव ने जताई नाराजगी
घटना की सूचना मिलने के बाद भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव खेमका परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा, 6 साल में पिता और पुत्र दोनों की हत्या होना केवल दुर्भाग्य नहीं, बल्कि यह गंभीर चिंता का विषय है। गोपाल खेमका एक प्रतिष्ठित व्यवसायी और समाजसेवी थे। इतनी बड़ी वारदात शहर के बीचों-बीच होती है और पुलिस समय पर नहीं पहुंचती, यह बेहद दुखद है।
रामकृपाल यादव ने सरकार और प्रशासन से आग्रह किया कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर स्पीडी ट्रायल चलाया जाए ताकि ऐसे दुस्साहसी अपराध दोबारा न हो सकें। उन्होंने कहा, प्रशासन को चेतना होगा और ऐसा कड़ा संदेश देना होगा कि भविष्य में कोई अपराधी ऐसी हरकत करने की हिम्मत न कर सके।
घटनास्थल से मिले सुराग, जांच जारी
फिलहाल एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से दो खाली कारतूस बरामद किए हैं। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। टाउन डीएसपी-2 प्रकाश ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज का गहन विश्लेषण किया जा रहा है और मौके से साक्ष्य इकट्ठा किए जा रहे हैं।
6 साल पहले पिता की भी हुई थी हत्या
बताया जाता है कि गोपाल खेमका के पिता की भी 6 साल पहले हत्या कर दी गई थी। अब पुत्र की हत्या से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। स्थानीय व्यापार मंडल और समाजसेवी संगठनों ने घटना की कड़ी निंदा की है और जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
प्रशासन पर भरोसा टूटता जनता का विश्वास
शहर के बीचों-बीच हुई हत्या और पुलिस की लेटलतीफी ने प्रशासन पर जनता का भरोसा डगमगा दिया है। घटना के बाद से स्थानीय व्यवसायियों और निवासियों में भय का माहौल है। लोग मांग कर रहे हैं कि पटना में कानून व्यवस्था को सख्ती से लागू किया जाए और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए चौकसी बढ़ाई जाए।
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