Amarnath Yatra 2025: अमरनाथ यात्रा 2025 को लेकर श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खबर सामने आई है। अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने इस साल होने वाली पवित्र अमरनाथ यात्रा की तारीखों की घोषणा कर दी है। जम्मू-कश्मीर में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा की वार्षिक तीर्थयात्रा 3 जुलाई, 2025 को शुरू होगी और 9 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी। इस बार यात्रा 39 दिनों तक चलेगी। यह घोषणा जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में हुई अमरनाथ श्राइन बोर्ड की बैठक के दौरान की गई।
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Amarnath Yatra 2025: पिछले साल की तुलना में छोटी यात्रा
गौरतलब है कि पिछले साल (2024) अमरनाथ यात्रा 52 दिनों तक चली थी, जिसमें लगभग पांच लाख श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे। 2024 में यह यात्रा 29 जून से शुरू हुई थी और 19 अगस्त को संपन्न हुई थी। हालांकि, इस साल यात्रा की अवधि को थोड़ा कम कर दिया गया है, जिससे तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को और अधिक सुव्यवस्थित बनाया जा सके।
Amarnath Yatra 2025: यात्रा की तैयारियों को लेकर व्यापक प्रबंध
अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा और सुविधाओं की दृष्टि से प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेना, अर्धसैनिक बलों और पुलिस की तैनाती बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने, आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और यात्रा मार्ग पर साफ-सफाई बनाए रखने के लिए भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से पंजीकरण की सुविधा होगी, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा का हिस्सा बन सकें।
Amarnath Yatra 2025: रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया और तिथियां
पिछले साल अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 17 अप्रैल, 2024 को शुरू हुई थी। इस वर्ष भी मार्च के मध्य तक रजिस्ट्रेशन शुरू होने की संभावना है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 15 मार्च से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो सकती है। तीर्थयात्रा में शामिल होने के इच्छुक श्रद्धालु ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
Amarnath Yatra 2025: कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: श्रद्धालु अमरनाथ श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन: देशभर में स्थित बैंकों की चयनित शाखाओं के माध्यम से ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा भी दी जाएगी।
पहले आओ, पहले पाओ: इस बार यात्रा के लिए परमिट पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर जारी किए जाएंगे।
Amarnath Yatra 2025: यात्रा के लिए दिशानिर्देश और नियम
श्राइन बोर्ड ने अमरनाथ यात्रा के लिए कुछ नियम और दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिनका पालन करना आवश्यक होगा।
आयु सीमा: 13 साल से कम उम्र के बच्चों और 75 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को यात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं होगी।
हेल्थ सर्टिफिकेट जरूरी: सभी तीर्थयात्रियों को यात्रा शुरू करने से पहले एक अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होगा।
यात्रा परमिट: हर यात्री को निर्धारित रूट पर यात्रा करने के लिए यात्रा परमिट की आवश्यकता होगी।
अमरनाथ यात्रा का महत्व
अमरनाथ यात्रा हिंदू धर्म के सबसे प्रतिष्ठित तीर्थयात्राओं में से एक है, जो हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। अमरनाथ गुफा में बर्फ से बनने वाला प्राकृतिक शिवलिंग धार्मिक आस्था का केंद्र है। मान्यता है कि भगवान शिव ने इस गुफा में माता पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था, इसलिए यह स्थान हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है।
Amarnath Yatra 2025: यात्रा मार्ग और सुविधाएं
अमरनाथ यात्रा के लिए दो मुख्य मार्ग हैं:
बालटाल मार्ग: यह छोटा लेकिन कठिन मार्ग है, जिसे अधिकतर युवा यात्री चुनते हैं।
पहलगाम मार्ग: यह मार्ग लंबा लेकिन अपेक्षाकृत आसान है और वरिष्ठ नागरिकों तथा महिलाओं के लिए सुविधाजनक होता है।
यात्रियों की सुविधा के लिए यात्रा मार्ग पर विश्राम स्थल, चिकित्सा सुविधाएं और भोजन की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, हेलीकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध होगी, जिससे तीर्थयात्री आसानी से गुफा तक पहुंच सकेंगे।
यात्रा के लाभ और सुरक्षा इंतजाम
अमरनाथ यात्रा से जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है। स्थानीय व्यापारियों को इस यात्रा से आर्थिक लाभ होता है, क्योंकि तीर्थयात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई दुकानें, होटल और परिवहन सेवाएं सक्रिय रहती हैं।
यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। आतंकी हमलों और प्राकृतिक आपदाओं को ध्यान में रखते हुए इस बार सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पूरे यात्रा मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन निगरानी और अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी।
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