Rekha Gupta Delhi CM: दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्यमंत्री पद के लिए रेखा गुप्ता के नाम पर मुहर लगा दी है। विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से चुनी गईं रेखा गुप्ता अब राजधानी की नई मुख्यमंत्री बनेंगी। शालीमार बाग सीट से पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता 20 फरवरी 2025 को रामलीला मैदान में पद और गोपनीयता की शपथ लेंगी। वह दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री होंगी। भाजपा ने तमाम अटकलों को विराम देते हुए वैश्य समाज से आने वाली रेखा गुप्ता को शीर्ष पद के लिए चुना है।
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सियासत में शुरुआती सफर: छात्र राजनीति से राजनीति की मुख्यधारा तक
रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से शुरू हुआ। कॉलेज के दिनों से ही वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से सक्रिय रूप से जुड़ी रहीं। 1994-95 में दौलत राम कॉलेज में सेक्रेटरी बनने के बाद उन्होंने छात्र राजनीति में अपनी मजबूत पकड़ बनाई। इसके बाद 1995-96 में दिल्ली विश्वविद्यालय में सेक्रेटरी रहीं और 1996-97 में डीयू छात्रसंघ की अध्यक्ष बनीं। छात्र राजनीति में उनकी सक्रियता ने ही उन्हें भाजपा की मुख्यधारा में लाने का रास्ता खोला।
स्थानीय राजनीति में मजबूत पकड़
रेखा गुप्ता ने दिल्ली नगर निगम (MCD) में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाई। 2007 में वह पीतमपुरा नॉर्थ से पार्षद चुनी गईं और इसके बाद तीन बार पार्षद बनने का मौका मिला। स्थानीय स्तर पर काम करते हुए उन्होंने जनता के बीच गहरी पैठ बनाई। 2009 में वह दिल्ली प्रदेश महिला मोर्चा की महासचिव बनीं और 2010 में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य चुनी गईं। संगठन में उनकी पकड़ इतनी मजबूत थी कि वह भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहीं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में जीत का परचम
दिल्ली विधानसभा चुनाव-2025 में शालीमार बाग सीट से भाजपा उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरीं रेखा गुप्ता ने आम आदमी पार्टी (AAP) की उम्मीदवार बंदना कुमारी को 29,595 मतों के अंतर से हराया। जीत के बाद उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और जनता के विकास के विश्वास को दिया। उन्होंने कहा, दिल्ली के लोग विकास की उम्मीद करते हैं और भाजपा उस उम्मीद पर खरी उतरेगी।
व्यक्तिगत जीवन और शैक्षणिक पृष्ठभूमि
रेखा गुप्ता का जन्म 1974 में हरियाणा के जींद जिले के जुलाना में हुआ था। उनके पिता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में कार्यरत थे, जिसकी वजह से उनका परिवार दिल्ली आ गया। हालांकि उनके परिजन अब भी जुलाना में व्यवसाय करते हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से पढ़ाई की और एम.ए. व एम.बी.ए. की डिग्री हासिल की। छात्र जीवन से ही वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ी रहीं और संघ के कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लिया।
मुख्यमंत्री बनने की प्रक्रिया और समर्थन
भाजपा ने सांसद रविशंकर प्रसाद और ओपी धनखड़ को विधायक दल का पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। दोनों नेताओं ने दिल्ली के भाजपा विधायकों के साथ बैठक कर रेखा गुप्ता को विधायक दल का नेता चुना। उनके नाम का प्रस्ताव सांसद प्रवेश वर्मा और वरिष्ठ नेता विजेंद्र गुप्ता ने रखा। भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेगा। इसके बाद रेखा गुप्ता 20 फरवरी को दिल्ली की मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगी।
दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री
रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री होंगी। उनसे पहले दिल्ली को शीला दीक्षित, सुषमा स्वराज और आतिशी जैसी महिला मुख्यमंत्रियां मिली हैं।
- शीला दीक्षित (कांग्रेस) – कार्यकाल: 15 साल 25 दिन
- सुषमा स्वराज (भाजपा) – कार्यकाल: 52 दिन
- आतिशी (आप) – कार्यकाल: 4 महीने 18 दिन
- रेखा गुप्ता (भाजपा) – शपथ: 20 फरवरी 2025
भविष्य की प्राथमिकताएँ और चुनौतियाँ
रेखा गुप्ता के सामने दिल्ली के नागरिकों की अपेक्षाएँ पूरी करने की बड़ी जिम्मेदारी होगी। उनकी प्राथमिकताओं में महिलाओं की सुरक्षा, प्रदूषण नियंत्रण, यातायात सुधार और बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाना शामिल हो सकता है। भाजपा के महिला नेतृत्व पर दांव लगाने के फैसले को दिल्ली की राजनीति में अहम मोड़ माना जा रहा है।
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