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Wednesday, July 2, 2025
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Bihar Elections: RLJP ने किया बड़ा ऐलान, सभी 243 सीटों पर उतारेगी उम्मीदवार

Bihar Elections: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी आरएलजेपी ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी।

Bihar Elections: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) ने एक बड़ा ऐलान किया है। पार्टी ने घोषणा की है कि वह बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। इस फैसले से बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है, क्योंकि अब आरएलजेपी राज्य में अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। बहरहाल, बिहार की राजनीति में आरएलजेपी के स्वतंत्र रूप से सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा एक बड़ा सियासी कदम माना जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले महीनों में पार्टी किस तरह अपनी रणनीति को अमलीजामा पहनाती है।

बिहार में मजबूत संगठन की तैयारी

पार्टी प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने कहा कि आरएलजेपी का फोकस जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने और दलित सशक्तिकरण पर रहेगा। उन्होंने बताया कि पार्टी ने बिहार के हर विधानसभा क्षेत्र में संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के लिए रणनीति तैयार की है। उन्होंने कहा, हमने बिहार के हर बूथ पर संगठन खड़ा करने की योजना बनाई है। इसके तहत सभी 243 निर्वाचन क्षेत्रों में बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) नियुक्त किए जाएंगे, ताकि चुनाव से पहले मजबूत जमीनी पकड़ बनाई जा सके।

इसके अलावा, पारस ने अप्रैल 2025 तक हर विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करने की घोषणा की। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने और चुनावी रणनीति को धार देने में मदद मिलेगी।

दलित वोट बैंक पर विशेष फोकस

आरएलजेपी ने दलित वोट बैंक को मजबूत करने के लिए भी खास रणनीति तैयार की है। पार्टी की दलित सेना 14 अप्रैल को पटना में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाने के लिए एक भव्य कार्यक्रम आयोजित करेगी। इस कार्यक्रम में बिहार के कोने-कोने से दलित सेना के कार्यकर्ताओं को बुलाया जाएगा।

आरएलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का निर्देश

आरएलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज ने भी पार्टी नेताओं को चुनाव को लेकर कई निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों को अपने घर पर पार्टी का झंडा और नेमप्लेट लगाने का आदेश दिया है। इससे कार्यकर्ताओं और जनता के बीच पार्टी की उपस्थिति को मजबूत किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि, पार्टी चुनाव में मजबूत और जिताऊ उम्मीदवारों को मैदान में उतारेगी, ताकि हर सीट पर जीत की संभावना बनी रहे।

एनडीए से अलग होकर क्या आरएलजेपी महागठबंधन से जुड़ेगी?

गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले आरएलजेपी एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का हिस्सा थी। उस दौरान पारस पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी थे।लेकिन लोकसभा चुनाव में एनडीए ने आरएलजेपी को एक भी सीट नहीं दी, जिससे नाराज होकर पारस ने एनडीए से अलग होने का फैसला किया।

इसके बाद जनवरी में मकर संक्रांति के मौके पर पटना में चूड़ा-दही भोज का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को आमंत्रित किया गया। इस भोज में लालू यादव अपने बेटे तेज प्रताप यादव के साथ शामिल हुए, जिससे राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज हो गई कि आरएलजेपी महागठबंधन में शामिल हो सकती है।

हालांकि, पारस ने अभी तक इस पर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है। उन्होंने कहा है कि चुनाव के करीब आते ही गठबंधन पर फैसला लिया जाएगा।

आरएलजेपी का स्वतंत्र चुनाव लड़ना क्यों अहम है?

आरएलजेपी के सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा से बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है।

  • अगर पार्टी चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करती है, तो वह बिहार में किंगमेकर की भूमिका में आ सकती है।
  • एनडीए (बीजेपी-जेडीयू) और महागठबंधन (राजद-कांग्रेस) के लिए यह एक नई चुनौती बन सकती है।
  • दलित वोट बैंक में आरएलजेपी की पकड़ मजबूत होने से अन्य दलों की रणनीति प्रभावित हो सकती है।

बिहार में संभावित समीकरण

बिहार में अगले साल 2025 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, और सभी दल अपनी तैयारियों में जुट गए हैं।

  • एनडीए (NDA) – बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी (चिराग पासवान गुट)
  • महागठबंधन (RJD+ कांग्रेस + लेफ्ट)
  • आरएलजेपी (पशुपति पारस गुट) – सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान

क्या आरएलजेपी का चुनावी ऐलान बिहार में राजनीतिक समीकरण बदल देगा?

बिहार की राजनीति हमेशा से जातिगत समीकरणों पर आधारित रही है। आरएलजेपी का मुख्य समर्थन दलित और पिछड़े वर्गों में माना जाता है। अगर पार्टी अपने कोर वोट बैंक को एकजुट करने में सफल रही, तो यह एनडीए और महागठबंधन दोनों के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है।

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