Delhi Election Result 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे कांग्रेस के लिए एक और बड़ा झटका साबित हुए हैं। शनिवार को घोषित चुनाव परिणामों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 48 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) महज 22 सीटों पर सिमट गई। इस चुनाव में कांग्रेस का खाता तक नहीं खुल सका, जिससे पार्टी के नेतृत्व और कार्यकर्ताओं में गहरी निराशा छा गई। इस हार पर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की और भविष्य में पार्टी को मजबूत करने का संकल्प लिया।
Table of Contents
मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनावी नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जनहित में सत्ता के खिलाफ माहौल बनाया, लेकिन जनता ने हमें उम्मीद के अनुरूप जनादेश नहीं दिया। हम जनमत को स्वीकारते हैं। कांग्रेस के हर एक नेता और कार्यकर्ता ने एकजुट होकर विपरीत परिस्थितियों में मेहनत की, लेकिन अभी और अधिक संघर्ष और कड़ी मेहनत की आवश्यकता है। आने वाले दिनों में हम दिल्ली में प्रदूषण, यमुना सफाई, बिजली, सड़क, पानी और विकास के मुद्दों को उठाते रहेंगे और जनता से जुड़े रहेंगे।”
राहुल गांधी ने स्वीकारा जनादेश
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चुनाव परिणामों के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं और दिल्लीवासियों का आभार जताया। उन्होंने कहा, दिल्ली का जनादेश हम विनम्रता से स्वीकार करते हैं। प्रदेश के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उनके समर्पण और सभी मतदाताओं को उनके समर्थन के लिए दिल से धन्यवाद। प्रदूषण, महंगाई और भ्रष्टाचार के विरुद्ध तथा दिल्ली की प्रगति और दिल्लीवासियों के अधिकारों की यह लड़ाई जारी रहेगी। राहुल गांधी के इस बयान से स्पष्ट संकेत मिलता है कि कांग्रेस अब भी दिल्ली की राजनीति में सक्रिय बनी रहेगी और भाजपा व आम आदमी पार्टी की नीतियों पर सवाल उठाती रहेगी।
देवेंद्र यादव ने केजरीवाल पर साधा निशाना
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने चुनाव परिणामों को लेकर आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने लिखा, दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम स्पष्ट संकेत हैं कि अरविंद केजरीवाल की झूठ और धोखे की राजनीति को दिल्ली की जनता नकार चुकी है। कांग्रेस संगठन के सभी सिपाहियों ने न्याय की लड़ाई बेहद मजबूती के साथ लड़ी, मगर परिणाम हमारे पक्ष में नहीं आए। हम अपनी कमियों और गलतियों की समीक्षा करेंगे और दिल्ली की जनता की सेवा का कार्य निरंतर जारी रखेंगे, दिल्ली वालों के साथ हर क्षण खड़े रहेंगे। जनता का जनादेश शिरोधार्य है। देवेंद्र यादव के इस बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी आने वाले समय में अपनी रणनीति में बदलाव करेगी और नए सिरे से संगठन को मजबूत करने की कोशिश करेगी।
पवन खेड़ा ने विपक्षी राजनीति पर उठाए सवाल
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने दिल्ली चुनाव के नतीजों को लेकर तथाकथित उदारवादियों पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, तथाकथित उदारवादियों के एक वर्ग का पतन पूरी तरह से विचित्र है। उन्होंने विपक्षी एकता पर ये व्याख्यान आप को तब नहीं दिए जब पार्टी गोवा, गुजरात, हरियाणा आदि में चुनाव लड़ने और सांप्रदायिकता विरोधी, धर्मनिरपेक्ष वोट को कमजोर करने गई थी। दिल्ली चुनाव परिणाम उस ट्रोजन हॉर्स की अस्वीकृति है जिसने पूरे देश में उदारवादी शक्तियों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया था। उन्होंने आगे लिखा, अधिकांश उदारवादी सही मायने में मुखौटे के गिरने का जश्न मना रहे हैं ताकि उदारवादी मूल्यों की असली चैंपियन – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस – भाजपा का मुकाबला करने और उसे हराने के लिए मजबूत हो सके।
कांग्रेस के लिए बड़ा झटका
दिल्ली में कांग्रेस की यह हार पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है। पार्टी पिछले तीन विधानसभा चुनावों से दिल्ली में संघर्ष कर रही है, लेकिन इस बार भी वह अपना खाता नहीं खोल सकी। 2015 और 2020 के चुनावों में भी कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था, और 2025 में भी पार्टी की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस की कमजोर संगठनात्मक स्थिति, जमीनी स्तर पर पार्टी की पकड़ का कमजोर होना और आम आदमी पार्टी तथा भाजपा के बीच सीधी टक्कर के चलते कांग्रेस को एक बार फिर करारी हार का सामना करना पड़ा।
आगे की रणनीति
अब कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह होगी कि वह खुद को दिल्ली की राजनीति में फिर से कैसे प्रासंगिक बनाए। पार्टी नेतृत्व ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह दिल्ली में प्रदूषण, महंगाई, बिजली, पानी और विकास जैसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी और अपनी रणनीति में आवश्यक बदलाव करेगी।
यह भी पढ़ें:-