Chardham Yatra 2025: उत्तराखंड में होने वाली चारधाम यात्रा 2025 के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अगले सप्ताह से शुरू हो जाएंगे। इस बार रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में बदलाव किया गया है ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। पिछले वर्षों की अव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए, इस बार 60% रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन किए जाएंगे, जबकि 40% रजिस्ट्रेशन ऑफलाइन माध्यम से होंगे। चारधाम यात्रा 2025 को अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुगम बनाने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। इस बार रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में बदलाव, भीड़ नियंत्रण के लिए होल्डिंग रूट, नि:शुल्क सेवाएं और VIP दर्शन पर रोक जैसी नई व्यवस्थाएं लागू की गई हैं। इन सभी प्रयासों का उद्देश्य श्रद्धालुओं को एक सुखद और सुरक्षित यात्रा अनुभव प्रदान करना है।
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रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और तारीखें
चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर्व के अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ होगी। प्रशासन ने यात्रा से संबंधित बुनियादी सुविधाओं को 15 अप्रैल तक पूरी करने का लक्ष्य रखा है।
दस दिन पहले शुरू होंगे ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन यात्रा से दस दिन पहले शुरू किए जाएंगे और कुछ निर्धारित स्थानों पर ही किए जा सकेंगे। यात्रियों की सुरक्षा और यात्रा प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए हरिद्वार, ऋषिकेश, विकासनगर (देहरादून), बड़कोट (उत्तरकाशी), श्रीनगर (पौड़ी) और पांडुकेश्वर (चमोली) में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
यात्रा के दौरान नई व्यवस्थाएं
इस बार चारधाम यात्रा को और अधिक सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं:
भीड़ नियंत्रण के लिए होल्डिंग रूट: यदि किसी धाम में अधिक भीड़ हो जाती है, तो यात्रियों को हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, कीर्ति नगर, विकासनगर और बड़कोट में रोका जाएगा।
नि:शुल्क सेवाएं: गरीब और जरूरतमंद यात्रियों के लिए नि:शुल्क ठहरने और खाने-पीने की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
यात्रियों की संख्या के अनुसार पंजीकरण: किसी भी धाम में भीड़ अधिक होने पर ऑफलाइन पंजीकरण प्रक्रिया में आवश्यकतानुसार परिवर्तन किया जा सकता है।
इस बार VIP दर्शन पर रहेगी रोक
यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार के VIP और VVIP दर्शन पर पहले एक महीने तक पूरी तरह से रोक रहेगी। इसका उद्देश्य सभी यात्रियों को समान रूप से दर्शन करने का अवसर प्रदान करना है। इस संबंध में सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजा जाएगा ताकि वीआईपी यात्रियों को पहले से ही इस व्यवस्था की जानकारी दी जा सके।
अतिरिक्त सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियां
चारों धामों में अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती की जाएगी। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, किस धाम में कितनी फोर्स की आवश्यकता होगी, इसका आकलन कर यात्रा शुरू होने से पहले पर्याप्त सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया जाएगा। साथ ही, यात्रा मार्गों पर चिकित्सा सुविधाओं और आपातकालीन सेवाओं को भी बेहतर बनाया जाएगा।
यात्रा प्रबंधन में संभावित बदलाव
यदि ऋषिकेश में चारधाम यात्रियों की रोटेशन बस सेवा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाई जाती है, तो प्रशासन ऑफलाइन पंजीकरण प्रक्रिया में आवश्यक बदलाव कर सकता है। इस निर्णय का उद्देश्य यात्रियों को परेशानी से बचाना और यात्रा को व्यवस्थित बनाए रखना है।
मुख्यमंत्री ने कैलेंडर और पुस्तिका का विमोचन किया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) के वर्ष 2025 के कैलेंडर एवं चारधाम यात्रा की जानकारी देने वाली पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि यह कैलेंडर और पुस्तिका सात विभिन्न भाषाओं में तैयार की गई है, जिससे देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी।
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