Shamli Encounter: उत्तर प्रदेश के शामली जिले में यूपी एसटीएफ और अपराधियों के बीच मध्य रात को मुठभेड़ हुई, जिसमें एक लाख के इनामी अपराधी अरशद सहित चार अपराधी मारे गए। यह मुठभेड़ झिंझाना क्षेत्र में हुई, जिसमें एसटीएफ की टीम ने मुस्तफा कग्गा गैंग के सदस्य अरशद और उसके तीन साथियों को ढेर कर दिया। यह मुठभेड़ एसटीएफ के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। एसटीएफ द्वारा की गई यह कार्रवाई यह भी दर्शाती है कि राज्य में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सजग और सक्रिय है।
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शामली में मुठभेड़ में चार अपराधी ढेर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एसटीएफ और अपराधियों के बीच हुई फायरिंग के दौरान अरशद, मनजीत, सतीश और एक अन्य अज्ञात अपराधी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हालांकि, अस्पताल पहुंचने से पहले सभी की मौत हो गई। एसटीएफ ने इस मुठभेड़ में चार अपराधियों को मार गिराया, जो विभिन्न अपराधों में शामिल थे।
अरशद का आपराधिक इतिहास
इस कार्रवाई के दौरान एसटीएफ ने एक लाख के इनामी अरशद और उसके तीन साथियों मार गिराया। अरशद पर सहारनपुर के थाना बेहट में लूट का मामला दर्ज था और उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। वह मुस्तफा कग्गा गैंग का सक्रिय सदस्य था और उसके खिलाफ कई गंभीर अपराधों के मामले दर्ज थे।
मुठभेड़ के दौरान घायल हुए अपराधी
इसके अलावा, मनजीत, सतीश और एक अज्ञात अपराधी भी इस मुठभेड़ में घायल हुए थे। इन सभी अपराधियों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी भी मौत हो गई। मुठभेड़ के बाद एसटीएफ ने मौके से कई हथियार और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया है।
एक लाख के इनामी अरशद समेत चार अपराधी ढेर
उत्तर प्रदेश के शामली जिले में हुई मुठभेड़ में एक लाख के इनामी अपराधी अरशद सहित चार अपराधी मारे गए। यह मुठभेड़ एसटीएफ और अपराधियों के बीच झिंझाना क्षेत्र में हुई थी। अरशद और उसके तीन साथियों की मौत के साथ ही इस मुठभेड़ ने कई महत्वपूर्ण जानकारी भी दी है।
अरशद पर एडीजी जोन ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। वह कई अपराधों में संलिप्त था और उसके ऊपर लूट, हत्या, और अन्य गंभीर अपराधों के 17 मामले दर्ज थे। इन मामलों में सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और हरियाणा शामिल हैं। अरशद मुस्तफा कग्गा गैंग का सदस्य था और इन अपराधों में उसका अहम हाथ था।
मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ टीम के इंस्पेक्टर घायल
मुठभेड़ के दौरान, एसटीएफ टीम के इंस्पेक्टर सुनील को कई गोलियां लगीं। उन्हें तुरंत इलाज के लिए करनाल के अमृतधारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में, उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में रेफर कर दिया गया। उनकी स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है, और पुलिस विभाग उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहा है।
मुठभेड़ के बाद एसटीएफ की सफलता
इस मुठभेड़ में अरशद और उसके तीन साथी मनजीत, सतीश, और एक अज्ञात अपराधी मारे गए। एसटीएफ के अधिकारियों का मानना है कि इस कार्रवाई से अपराधियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई को और मजबूती मिली है। मुठभेड़ स्थल से बरामद किए गए हथियार और आपत्तिजनक सामान यह साबित करते हैं कि एसटीएफ की कार्रवाई प्रभावी रही है और यह राज्य में अपराधियों के खिलाफ एक कड़ा संदेश भेजने के रूप में देखी जा रही है।
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