Ram Mandir Anniversary: अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पहली वर्षगांठ को भव्य रूप से मनाया गया। इस अवसर पर राम लला का महाभिषेक संपन्न हुआ, जिसमें देशभर से आए श्रद्धालुओं ने भाग लिया। यह आयोजन 11 जनवरी, 2025 को हिंदू कैलेंडर के अनुसार पौष माह के शुक्ल पक्ष की कूर्म द्वादशी पर हुआ, जो पिछले साल इसी दिन संपन्न ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह की याद दिलाता है। वैदिक मंत्रोच्चार और विधिवत अनुष्ठानों के साथ राम लला का अभिषेक किया गया। भव्य समारोह में हजारों श्रद्धालु और संत महात्मा शामिल हुए। 2024 में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा हिंदू कैलेंडर के अनुसार कूर्म द्वादशी पर संपन्न हुई थी, जिसे राम मंदिर के निर्माण के बाद एक ऐतिहासिक मील का पत्थर माना गया।
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महाभिषेक समारोह, श्रद्धालुओं की भारी भीड़
इस पवित्र अवसर पर राम लला का विधिवत अभिषेक किया गया, जिसमें वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की गई। अयोध्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए, जिससे पूरे शहर में उत्सव का माहौल छा गया। राम मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया और भक्तों ने भक्ति और श्रद्धा के साथ पूजा की। शहर में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। पहली वर्षगांठ के उत्सव ने अयोध्या में एक अद्भुत आध्यात्मिक माहौल पैदा किया, जो भक्तों के लिए विशेष अनुभव रहा।
राम मंदिर में भव्य सजावट
अयोध्या में देशभर से आए भक्तों का सैलाब उमड़ा, जिन्होंने राम लला के दर्शन किए। राम जन्मभूमि परिसर के आसपास विशेष सजावट और भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। पूरे मंदिर को फूलों, दीयों और झूमरों से सजाया गया, जिससे दृश्य अत्यंत मनमोहक हो गया। भजन संध्या और प्रवचनों के साथ धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। रामायण का पाठ और राम लला की महिमा का गुणगान किया गया। यह आयोजन भक्तों के लिए न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र था, बल्कि राम मंदिर के निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक महत्व को दोहराने का भी अवसर था।
CM योगी ने किया पंचामृत अभिषेक
अयोध्या में राम लला मंदिर में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पहली वर्षगांठ का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस भव्य आयोजन में उनके साथ संत समाज के कई प्रतिष्ठित संत और महंत मौजूद रहे। साथ पूजा-अर्चना संपन्न की गई। सीएम योगी ने समारोह का शुभारंभ करते हुए इसे ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अवसर बताया। तीन दिनों तक चलने वाले इस समारोह में भाग लेने के लिए 2,000 संत अयोध्या पहुंचे हैं।अयोध्या शहर इस आयोजन के दौरान भक्ति और उत्साह के माहौल में डूबा हुआ है।
सीएम योगी का संबोधन
सीएम योगी ने इस मौके पर कहा कि रामलला मंदिर केवल आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह भारत की संस्कृति और परंपराओं का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया और इसे राष्ट्र के लिए गौरवशाली क्षण करार दिया।
तीन दिवसीय समारोह
भारतभर से पहुंचे संत और महंत राम मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना करेंगे। भजन-कीर्तन, प्रवचन, और रामकथा जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस आयोजन में देशभर से भक्त बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं। यह समारोह न केवल धार्मिक महत्त्व रखता है, बल्कि राम मंदिर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक योगदान को भी पुनः रेखांकित करता है।
पीएम मोदी ने दी देशवासियों को शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर समस्त देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर उन्होंने मंदिर की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्ता को रेखांकित करते हुए अपने संदेश में कहा, अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। सदियों के त्याग, तपस्या और संघर्ष से बना यह मंदिर हमारी संस्कृति और अध्यात्म की महान धरोहर है। मुझे विश्वास है कि यह दिव्य-भव्य राम मंदिर विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में एक बड़ी प्रेरणा बनेगा।
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