Bomb Threat: बिहार के बोधगया में स्थित महाबोधि मंदिर, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, में धमकी मिलने के बाद सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मंदिर प्रबंधन को एक धमकी भरा पत्र मिला, जिसमें मंदिर को उड़ाने की धमकी दी गई थी। यह पत्र मंदिर प्रबंधन को प्राप्त हुआ। इसमें मंदिर को उड़ाने की धमकी दी गई थी, जिससे प्रबंधन और प्रशासन में हड़कंप मच गया। मंदिर प्रबंधन ने इस मामले को गया जिला पुलिस के साथ साझा किया। पुलिस को खत की जानकारी देने के बाद सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई।
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मंदिर के आसपास पुलिस बल की तैनाती
मंदिर के आसपास पुलिस बल की तैनाती की गई है। मंदिर में आने-जाने वालों की कड़ी जांच हो रही है। सुरक्षा उपकरण और सीसीटीवी कैमरों की मदद से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। यह मंदिर बौद्ध धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। भगवान बुद्ध को यहीं ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया है।
पुलिस ने की धमकी भरे पत्र की पुष्टि
बोधगया पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) मनोज कुमार सिंह ने धमकी भरे पत्र की घटना की पुष्टि की है। महाबोधि मंदिर प्रबंधन को धमकी भरा पत्र दो दिन पहले प्राप्त हुआ। प्रबंधन ने तुरंत जिला पुलिस को इस बारे में सूचित किया। पुलिस पत्र के स्रोत का पता लगाने के लिए सक्रियता से जांच कर रही है। एसएचओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पत्र भेजने वाले के स्थान और पहचान का पता लगाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
सुरक्षा इंतजाम
पुलिस ने मंदिर और इसके आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है। जांच में शामिल टीमें संदिग्ध व्यक्तियों और गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। धमकी देने वाले की पहचान के लिए तकनीकी और फिजिकल सबूतों की सघन छानबीन हो रही है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज और अन्य संचार माध्यमों की जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, धमकी भरे पत्र में कथित तौर पर आईएसआईएस का नाम इस्तेमाल किया गया है। इसने जांच एजेंसियों को और सतर्क कर दिया है।
प्रिंस खान की भूमिका पर शक
महाबोधि मंदिर को मिली धमकी और इससे जुड़ी जांच ने सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है। प्रिंस खान झारखंड के धनबाद जिले का एक कुख्यात गैंगस्टर है, पर इस घटना में शामिल होने का शक जताया जा रहा है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, प्रिंस खान दुबई में छिपा हुआ बताया जा रहा है। पुलिस टीम ने धनबाद में प्रिंस खान के वासेपुर स्थित आवास की तलाशी ली और उसके संभावित संपर्कों का पता लगाने की कोशिश की।
पुलिस और एजेंसियों का संयुक्त प्रयास
बिहार और झारखंड पुलिस इस मामले में सहयोग कर रही हैं। आईएसआईएस की संभावित संलिप्तता को लेकर केंद्रीय एजेंसियां भी जांच में जुटी हैं। धमकी भरे पत्र का स्रोत और इसमें आईएसआईएस के नाम का इस्तेमाल किस उद्देश्य से किया गया, इसकी जांच जारी है। प्रिंस खान की कथित भूमिका के साथ यह भी देखा जा रहा है कि क्या यह स्थानीय अपराधियों की साजिश है या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी आतंकी संगठन की योजना।
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