BPSC Exam: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लेकर छात्रों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं और उनके समर्थन में शिक्षक खान सर भी आ गए हैं। परीक्षा में विभिन्न शिफ्टों के प्रश्नपत्रों के कठिनाई स्तर में अंतर को कम करने के लिए नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया अपनाई गई थी। छात्रों का आरोप है कि यह प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और इससे मेरिट को नुकसान हो रहा है।डीएसपी अनु कुमारी ने कहा कि सोशल मिडिया पर अभ्यर्थियों को भड़काने के लिए भड़काऊ, तथ्यहीन एवं हिंसा की स्थिति उत्पन्न करने वाले सोशल मिडिया हैंडलर्स के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
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नॉर्मलाइजेशन के विरोध में छात्रों का प्रदर्शन
बीपीएससी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन के विरोध में छात्रों के प्रदर्शन के दौरान, शुक्रवार को पटना में कोचिंग संचालक और शिक्षक खान सर भी छात्रों के साथ प्रदर्शन करते नजर आए। छात्रों के समर्थन में खान सर प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और उन्होंने अपनी बात रखी। छात्रों का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगें रखने पर जोर दिया। शुरुआती रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि खान सर को पुलिस ने हिरासत में लिया और उन्हें गर्दनीबाग थाने ले जाया गया। हालांकि, डीएसपी अनु कुमारी ने इस दावे को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि खान सर स्वयं थाने पहुंचे थे। थाने में उन्होंने मजिस्ट्रेट से मुलाकात की और छात्रों को शांत करने और समझाने का आश्वासन दिया।
सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट
पटना में बीपीएससी नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के बीच कोचिंग संचालक खान सर को लेकर सोशल मीडिया पर कई भ्रामक खबरें फैलीं, जिनका पटना पुलिस ने स्पष्ट खंडन किया है। डीएसपी अनु कुमारी ने कहा कि खान ग्लोबल स्टडीज नामक एक सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट किया गया, जिसमें दावा किया गया था कि खान सर को गिरफ्तार किया गया है। डीएसपी ने इस पोस्ट को तथ्यहीन, भ्रामक और भड़काऊ करार दिया।
पुलिस का स्पष्टीकरण
पटना पुलिस ने खान सर की गिरफ्तारी की खबरों का पूरी तरह से खंडन किया। डीएसपी ने बताया कि खान सर खुद गर्दनीबाग थाना पहुंचे थे और वहां मौजूद मजिस्ट्रेट से मुलाकात की। खान सर ने प्रदर्शनकारी छात्रों को शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। इसके बाद, उन्होंने अनुरोध किया कि उन्हें उनकी गाड़ी तक सुरक्षित पहुंचा दिया जाए।
छात्रों की मांग
नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को स्पष्ट करने और इसे हटाने की मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि यह प्रक्रिया उनके स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही है। खान सर, जो छात्रों के बीच एक लोकप्रिय शिक्षक हैं, ने प्रदर्शनकारी छात्रों का समर्थन किया है। उन्होंने सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर कहा कि छात्रों की मांगें जायज़ हैं और BPSC को नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया के बारे में पारदर्शिता दिखानी चाहिए। पटना में छात्र धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कई छात्र संगठनों ने भी इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाई है।
BPSC की प्रतिक्रिया, छात्रों का तर्क
अभी तक आयोग की ओर से नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लेकर कोई विस्तृत बयान नहीं आया है। माना जा रहा है कि छात्रों के दबाव के चलते आयोग इस प्रक्रिया की समीक्षा कर सकता है। कठिनाई स्तर में अंतर को कम करने के लिए बेहतर रणनीति अपनाई जानी चाहिए। पारदर्शिता के अभाव में परीक्षा परिणाम पर सवाल उठ रहे हैं। यह विरोध प्रदर्शन शिक्षा और परीक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता पर एक गंभीर चर्चा को जन्म दे सकता है।
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