Bihar: बिहार की राजधानी पटना में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को बीपीएससी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान शहर में बेली रोड को भी जाम कर दिया। ऐसे में पुलिस को प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने और व्यवस्था बहाल करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इस बीच बीपीएससी सचिव सत्य प्रकाश शर्मा ने कहा कि आयोग सामान्यीकरण पद्धति से परिणाम जारी नहीं करेगा। आयोग की छवि खराब करने के लिए अफवाह फैलाई जा रही हैं।
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अभ्यर्थियों की प्रमुख मांगें
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा प्रक्रिया में बदलाव को लेकर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन राज्य में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांग है कि 70वीं सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा को पुराने तरीके से, यानी ‘एक शिफ्ट, एक पेपर’ के रूप में आयोजित किया जाए।
एक शिफ्ट, एक पेपर
अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा एक ही समय में और एक ही शिफ्ट में होनी चाहिए ताकि निष्पक्षता और समानता सुनिश्चित की जा सके। मल्टीपल शिफ्ट्स और अलग-अलग पेपरों के कारण मानक निर्धारण (Normalization) की प्रक्रिया में अनियमितता होती है।
पारंपरिक प्रक्रिया अपनाने की अपील
अभ्यर्थी चाहते हैं कि बीपीएससी अपनी पुरानी प्रक्रिया को अपनाए, जिसमें सभी उम्मीदवारों के लिए एक ही प्रश्नपत्र हो। उनका दावा है कि यह प्रक्रिया पारदर्शी और सटीक है।
परीक्षा प्रक्रिया में सुधार
- परीक्षा कैलेंडर का पालन।
- परिणामों और उत्तर कुंजी की शीघ्र घोषणा।
- सभी चरणों में निष्पक्षता और पारदर्शिता।
आयोग का पक्ष
बीपीएससी ने कई बार मल्टीपल शिफ्ट में परीक्षा कराने को व्यवहारिक और संसाधन आधारित विकल्प बताया है। आयोग का कहना है कि बढ़ती संख्या में उम्मीदवारों के कारण एक शिफ्ट में परीक्षा आयोजित करना मुश्किल हो गया है। नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए तकनीकी उपाय अपनाने का दावा किया गया है।
डीएसपी अनु कुमारी ने प्रदर्शन को बताया अवैध
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा प्रक्रिया में बदलाव के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर डीएसपी अनु कुमारी का बयान प्रशासनिक रुख को स्पष्ट करता है। डीएसपी ने कहा कि प्रदर्शन बिना अनुमति के हो रहा है, जिससे इसे अवैध माना जा रहा है। प्रदर्शनकारियों से प्रशासन ने पांच लोगों का प्रतिनिधिमंडल बनाने को कहा है। प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से उनकी समस्याओं और मांगों को आगे बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है।
तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार ने लिखा पत्र
बिहार में 70वीं बीपीएससी संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को लेकर चल रहे विवाद पर विपक्ष ने भी अपनी सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखकर इस मुद्दे पर अभ्यर्थियों की समस्याओं के समाधान का आग्रह किया है।
‘एक शिफ्ट, एक पेपर’ प्रणाली की वकालत
परीक्षा प्रक्रिया में बदलाव के कारण अभ्यर्थियों को हो रही परेशानियों को उजागर किया गया। नॉर्मलाइजेशन और मल्टीपल शिफ्ट्स से जुड़े मुद्दों को अभ्यर्थियों के लिए अनुचित बताया गया। पारंपरिक ‘एक शिफ्ट, एक पेपर’ प्रणाली की वकालत की।
तत्काल समाधान का आग्रह
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री से परीक्षा प्रक्रिया को निष्पक्ष और अभ्यर्थियों के हित में बनाने के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की। तेजस्वी ने पत्र को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा, मैंने बीपीएससी अभ्यर्थियों की समस्याओं के बारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर तत्काल समाधान करने का आग्रह किया है। अब देखना होगा कि नीतीश कुमार और उनकी सरकार तेजस्वी यादव के पत्र और अभ्यर्थियों की मांगों पर क्या कदम उठाती है।
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