Farmers Protest: संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में सोमवार को किसानों ने दिल्ली कूच के लिए आंदोलन किया, हालांकि इसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। किसानों ने सभी प्राधिकरण और जिला प्रशासन को एक हफ्ते का समय दिया है ताकि उनकी मांगों पर विचार किया जा सके। किसान नेताओं ने घोषणा की कि आंदोलन फिलहाल टाल दिया गया है और अब वे दलित प्रेरणा स्थल के अंदर ही रुकेंगे। किसान नेताओं ने प्रशासन से एक हफ्ते के भीतर उनकी मांगों को पूरा करने की अपील की है। अगर इस दौरान कोई समाधान नहीं निकलता, तो आंदोलन को फिर से दिल्ली कूच के रूप में पुनः शुरू किया जाएगा। किसान नेताओं ने कहा कि यदि उनकी मांगें एक सप्ताह के अंदर नहीं मानी जातीं, तो उनका आंदोलन और अधिक तीव्र रूप ले सकता है, जिसमें दिल्ली कूच जैसी कार्रवाई की संभावना फिर से बन सकती है।
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अधिकारियों के साथ हुई लंबी बातचीत
इस प्रदर्शन के दौरान किसानों और प्राधिकरण अधिकारियों के बीच काफी लंबी बातचीत हुई। ग्रेटर नोएडा, नोएडा, और यमुना प्राधिकरण ने किसानों को एक हफ्ते का समय देने की मांग की और आश्वासन दिया कि इस अवधि के भीतर किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। किसानों में सभी प्राधिकरण के अधिकारियों को एक हफ्ते का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर एक हफ्ते में बात नहीं मानी गई तो फिर सभी किसान मोर्चा दिल्ली कूच करेंगे।
सात दिनों का अल्टीमेटम
किसानों को यह आश्वासन दिया गया है कि अगर एक हफ्ते के भीतर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो वे फिर से दिल्ली कूच जैसा बड़ा आंदोलन कर सकते हैं। अब यह देखना होगा कि इस एक हफ्ते में प्रशासन किस हद तक किसानों की समस्याओं को हल करने में सफल होता है। धरने को स्थगित करने की किसानों की सहमति मिलने के बाद पुलिस प्रशासन ने दलित प्रेरणा स्थल के गेट नंबर 3 के सामने लगाए गए बैरिकेड को हटा दिया और रास्ते को आम लोगों के लिए खोल दिया।
दलित प्रेरणा स्थल को बनाया ठिकाना
इस बातचीत में यमुना ऑथोरिटी के ओएसडी शैलेंद्र सिंह, नोएडा अथॉरिटी के एसीईओ महेंद्र प्रसाद, और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के ओएसडी शामिल थे। इसके अलावा, पुलिस प्रशासन की ओर से ज्वाइंट सीपी भी बैठक में मौजूद थे। बातचीत के दौरान, दोनों पक्षों ने अपने-अपने दृष्टिकोण रखे और एक निष्कर्ष पर पहुंचे। इस पर किसानों ने निर्णय लिया कि वे प्राधिकरण अधिकारियों की बात मानते हुए दलित प्रेरणा स्थल पर एक हफ्ते तक इंतजार करेंगे। अगर एक हफ्ते के भीतर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता, तो किसानों ने चेतावनी दी कि वे फिर से दिल्ली कूच जैसे बड़े आंदोलन की योजना बना सकते हैं।
सड़कें करेंगे खाली
किसानों द्वारा दिल्ली कूच के आह्वान के बाद, पुलिस कमिश्नरेट ने यातायात एडवाइजरी के तहत किए गए डायवर्जन को क्रमबद्ध तरीके से हटाते हुए सामान्य यातायात व्यवस्था को फिर से शुरू कर दिया। इसके बाद, लंबे समय से जाम से जूझ रहे वाहन चालक अब उस रास्ते से आसानी से गुजरने लगे, जिससे यातायात की स्थिति में सुधार आया। पुलिस ने इस प्रक्रिया को सुचारु रूप से लागू करते हुए यातायात को सामान्य करने का काम किया, जिससे लोगों को राहत मिली और वाहनों का आवागमन पुनः सामान्य हो गया।
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