UP by-election: उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के दौरान बवाल और गड़बड़ी की खबरों के बीच चुनाव आयोग ने सख्त कार्रवाई करते हुए पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि जिन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है, उनमें दो कानपुर, दो मुजफ्फरनगर, और एक मुरादाबाद जिले के हैं। चुनाव आयोग ने इस कार्रवाई को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए उठाया कदम बताया है। यह कदम उस समय उठाया गया जब मतदान के दौरान कुछ जगहों पर गड़बड़ी और अशांति की घटनाएं सामने आईं।
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आईडी चेकिंग का कार्य करेंगे केवल मतदान कर्मी
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने स्पष्ट किया है कि सभी पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित करने के लिए आईडी चेकिंग का कार्य केवल मतदान कर्मी करेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को बाहर तैनात किया गया है ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे, लेकिन उनके द्वारा किसी प्रकार की आईडी चेकिंग या मतदाताओं को रोकने की अनुमति नहीं है।
मतदान प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष
नवदीप रिणवा ने यह भी कहा कि यदि किसी पुलिसकर्मी द्वारा मतदाताओं को अनावश्यक रूप से रोका गया या आईडी चेकिंग की गई तो यह गंभीर उल्लंघन माना जाएगा। ऐसी किसी शिकायत की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। यह निर्देश इसलिए जारी किया गया है ताकि मतदान प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और बिना किसी बाधा के संपन्न हो सके। चुनाव आयोग ने संबंधित अधिकारियों को इस दिशा में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) ने लगातार सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से चुनाव आयोग को शिकायतें भेजी। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए। उन्होंने चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कुछ अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के नाम भी सार्वजनिक किए।
अखिलेश ने लगाया चुनाव में धांधली का आरोप
अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में धांधली की जा रही है और भाजपा प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मतदाताओं को डराने-धमकाने की कोशिशें हो रही हैं।
चुनाव आयोग ने तुरंत की कार्रवाई
इन आरोपों के बाद, चुनाव आयोग ने तत्काल हरकत में आकर कार्रवाई की। पांच जिलों में शिकायतों की जांच के बाद दो कानपुर, दो मुजफ्फरनगर, और एक मुरादाबाद के पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। साथ ही, चुनाव आयोग ने निर्देश दिए कि मतदाताओं को बिना किसी बाधा के मतदान करने दिया जाए और किसी भी प्रकार की अनियमितता को सख्ती से रोका जाए।
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