Kolkata rape-murder case: देशभर में बीते कुछ दिनों से महिलाओं और लड़कियों खिलाफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इन अपराधिक घटनाओं को देश की जनता में काफी आक्रोश है। अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे है। बीते दिनों कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और मर्डर की घटना ने देश को झकझोर दिया था। कोलकाता रेप कांड पर पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपनी प्रतिक्रिया दी है।
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नेपाल बस हादसे पर जताया दुख
पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी सम्मेलन को संबोधित करते हुए नेपाल बस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इसके साथ ही, उन्होंने कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले पर कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य है और दोषी कोई भी हो, बचना नहीं चाहिए।
अपराधों के प्रति संवेदनशील होने का संदेश
प्रधानमंत्री ने देश के सभी राज्यों और राजनीतिक दलों को महिलाओं के खिलाफ अपराधों के प्रति संवेदनशील होने का संदेश दिया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चाहे देश का कोई भी राज्य हो, वह अपनी बहनों और बेटियों की पीड़ा और उनके गुस्से को समझ रहे हैं।
‘दोषी कोई भी हो, वह बचना नहीं चाहिए’
प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य पाप है, और इस तरह के अपराधों को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने राज्य सरकारों और सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाएं और उनके खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए कड़े उपाय करें।
किसी भी तरह का अपराध समाज के लिए एक बड़ा धब्बा
प्रधानमंत्री का यह बयान महिलाओं की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और इस मुद्दे की गंभीरता को दर्शाता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह का अपराध समाज के लिए एक बड़ा धब्बा है और इसे रोकने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, आज मैं एक बार फिर देश के हर राजनीतिक दल से कहूंगा और राज्य सरकार से कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य पाप है।
अपराधों को छिपाने वाले पर भी हो कार्रवाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों को अक्षम्य पाप करार देते हुए इस पर सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोषी कोई भी हो, वह किसी भी स्थिति में बचना नहीं चाहिए। इसके साथ ही, जो लोग दोषियों की मदद करते हैं या उनके अपराधों को छिपाने की कोशिश करते हैं, वे भी कार्रवाई से नहीं बचेंगे।
कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी
प्रधानमंत्री ने कहा कि चाहे वह अस्पताल हो, स्कूल हो, दफ्तर हो, या फिर पुलिस व्यवस्था, किसी भी स्तर पर लापरवाही होने पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह संदेश सभी स्तरों पर, ऊपर से लेकर नीचे तक, एकदम साफ जाना चाहिए कि महिलाओं पर अत्याचार करने वालों के लिए कोई भी सहानुभूति नहीं होनी चाहिए, और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
अपराधियों के खिलाफ सख्त कानून
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि उनकी सरकार महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को सजा देने के लिए कानूनों को लगातार सख्त कर रही है। यह बयान महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार की दृढ़ता को दर्शाता है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास करता है कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर कोई ढील न दी जाए।