Doda Encounter: अमरनाथ यात्रा से पहले सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। जम्मू- कश्मीर के डोडा जिले के गंदोह में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकी को मार गिराया है। बताया जा रहा है कि मारे गए तीनों जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी है। दहशतगर्दों के पास से दो अमेरिकी एम4 कार्बाइन और एक एके-सीरीज असॉल्ट राइफल सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया। पिछले दिनों में जम्मू- कश्मीर में हुए आतंकी हमलों के बाद सुरक्षाबल और प्रशासन आतंकियों का सफाया करने के लिए पूरे एक्शन मोड में हैं। इसी अभियान के तहत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में तलाशी ली जा रही है।
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मुठभेड़ में एक हेड कांस्टेबल घायल
छह घंटे से अधिक समय तक चली मुठभेड़ में पुलिस के हेड कांस्टेबल फरीद अहमद घायल हुए हैं। हेड कांस्टेबल को इलाज के लिए जीएमसी डोडा में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इस मुठभेड के बाद इलाके में कुछ और आतंकी छिपे होने की आशंका को देखते हुए तलाशी अभियान चल रहा है।
जैश के तीन आतंकियों का सफाया
11 और 12 जून को डोडा जिले में हुए आतंकी हमलों के बाद पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की टीमें संयुक्त रूप से इलाके में तलाशी अभियान चला रही है। इस दौरान एक गुप्त सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने बुधवार सुबह गंदोह क्षेत्र के बजाद गांव में एक ठिकाने को घेर लिया। सिनू पंचायत के एक गांव में सुरक्षा बलों पर ढलान पर बने एक मिट्टी के घर में छिपे आतंकियों ने गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों पहले एक आतंकी को मार गिराया। इसके बाद सुरक्षा बलों ने दो और दहशतगर्द को मौत के घाट उतार दिया।
भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त
अधिकारियों के अनुसार, ये आतंकवादी हाल ही में सीमा पार कसे घुसपैठक करने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य हैं। सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन लागोर के मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन पाकिस्तानी आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया। इसके पास दो अमेरिकी एम4 कार्बाइन और एक एके-सीरीज असॉल्ट राइफल सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है।
दोहरे आतंकी हमले में 7 जवान जख्मी
11 और 12 जून को पहाड़ी जिले डोडा में दोहरे आतंकवादी हमलों के बाद सेना और सीआरपीएफ के साथ पुलिस द्वारा गहन तलाशी और घेराबंदी अभियान चला रहे थे। इस आतंकी हमले में दो दिनों में सात जवान घायल हो गए थे। इस हादसे के बाद सेना और पुलिस का संयुक्त अभियान जारी है।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। सुरक्षाबल लगातार क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए तत्पर हैं और इस प्रकार की कार्रवाइयों से आतंकवादियों की गतिविधियों को रोकने में सफलता मिलती है।