LokSabha Election 2024: आम आदमी पार्टी ने दावा किया था कि आप पार्टी के लोकसभा चुनाव कैंपेन सॉन्ग ‘जेल के जवाब में हम वोट देंगे’ पर बैन लगा दिया गया है। अब इस संबंध में चुनाव आयोग ने सफाई देते हुए सच्चाई बताई है। चुनाव आयोग ने बताया कि आप पार्टी के कैंपेन सॉन्ग पर बैन नहीं लगाया गया है बल्कि आयोग ने इस कैंपेन सॉन्ग में संसोधन करने को कहा है।
चुनाव आयोग का कहना है कि इस कैंपेन सॉन्ग में संसोधन के लिए इसलिए कहा गया है क्योंकि यह आयोग के दिशा निर्देशों और विज्ञापन नियमों का उल्लंघन करता है। बताया जा रहा है कि निर्वाचन आयोग की ओर से आप पार्टी के इस चुनावी कैंपेन सॉन्ग में 8 आपत्तियां लगाई हैं। साथ ही आयोग ने कहा कि आप के चुनावी कैंपेन सॉन्ग पर बैन लगाने की खबरें गलत और भ्रामक हैं।
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विज्ञापन नियमों का उल्लंघन:
दिल्ली के मुख्य चुनाव कार्यालय ने कैंपेन सॉन्ग पर आम आदमी पार्टी को जवाब देते हुए बताया कि गाने की लाइन ‘जेल के जवाब में हम वोट देंगे’ निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देशों और केबल टेलीविजन नेटवर्क नियम, 1994 के तहत निर्धारित विज्ञापन नियमों का उल्लंघन करता है।
ऐसे में चुनाव आयोग ने इस कैंपेन सॉन्ग में संसोधन करने को कहा है। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने इस संबंध में एक प्रेस रिलीज जारी की है। इस प्रेस रिलीज में बताया गया है कि आयोग ने आप के चुनावी कैंपेन गाने पर बैन नहीं लगाया गया है। बल्कि दिशानिर्देशों के अनुसार, गाने में कुछ संशोधन कर फिर से जमा करने को कहा गया है।
आप ने किया था बैन का दावा:
रविवार को आम आदमी पार्टी ने दावा किया था कि निर्वाचन आयोग ने लोकसभा प्रचार के आप के कैंपेन गाने पर बैन लगा दिया है। आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि श्ह पहली बार है जब चुनाव आयोग ने किसी पार्टी के कैम्पेन सॉन्ग पर प्रतिबंध लगाया है। आतिशी ने कहा कि चुनाव आयोग का कहना है कि आप का यह कैंपेन सॉन्ग सत्तारूढ़ दल और जांच एजेंसियों की छवि खराब करता है।
साथ ही आप मंत्री ने कहा कि आप पार्टी के इस कैंपेन गाने में बीजेपी का कहीं भी जिक्र नहीं है और ना ही यह सॉन्ग आचार संहिता का उल्लंघन करता है। आतिशी का कहना है कि आप पार्टी के इस कैंपेन सॉन्ग में तथ्यात्मक वीडियो और घटनाएं शामिल हैं।
दिल्ली चुनाव आयोग द्वारा आप के कैंपेन सॉन्ग पर उठाई ये आपत्तियां:
चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के लोकसभा चुनाव कैंपेन सॉन्ग में कुल आठ आपत्तियां उठाई हैं। जिनमें इस गाने की लाइन “जेल के जवाब में हम वोट देंगे” में आक्रोशित भीड़ को दिल्ली के सीएम केजरीवाल की फोटो पकड़े हुए दिखाया गया है। इस फोटो में केजरीवाल को सलाखों के पीछे दिखाया गया है।
दिल्ली चुनाव आयोग कार्यालय का कहना है कि यह दृश्य “न्यायपालिका पर कलंक लगाता है।” साथ ही चुनाव आयोग का कहना है कि आप के कैंपेन सॉन्ग में यह वाक्यांश कई बार दिखाया गया है और यह 24 अगस्त, 2023 के चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों और केबल टेलीविजन नेटवर्क नियम, 1994 के तहत निर्धारित कार्यक्रम और विज्ञापन संहिता का उल्लंघन करता है।
पुलिस की छवि खराब करता है:
इसके अलावा आयोग द्वारा सॉन्ग में जो दूसरी आपत्ति जताई गई है वह यह है कि सॉन्ग में प्रदर्शनकारियों और पुलिस की झड़पें दिखाई गई है। इस क्लिप के साथ जो वाक्यांश है ‘तानाशाही पार्टी को हम चोट देंगे’ हिंसा भड़काने वाला है।
इसके अलावा आयोग द्वारा इस गाने के वाक्यांश ‘गुंडागर्दी के खिलाफ वोट देंगे’ और ‘तानाशाही करने वाली पार्टी को हम चोट देंगे’ पर भी आपत्ति जताई है। इसमें आप नेता मनीष सिसोदिया को पुलिस द्वारा ले जाते हुए दिखाया गया है। आयोग का कहना है कि यह पुलिस की छवि खराब करने वाला है और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है।
न्यायपालिका पर आक्षेप:
इसके साथ ही चुनाव आयोग ने इस गाने के अन्य वाक्यांश “आवाजें खिलाफ थीं जो सबको जेल में डाल दिया, उनको ही बाहर रखा जिसने इनको माल दिया। इतना लालच, इतनी नफरत, भ्रष्टाचारी से मोहब्बत’ पर भी आपत्ति जताई है। चुनाव आयोग का कहना है कि इस वाक्यांश में निंदनीय टिप्पणियां और असत्यापित तथ्यों के आधार पर सत्तारूढ़ दल की आलोचना की गई है। इसके साथ ही यह वाक्यांश न्यायपालिका पर भी आक्षेप लगाता है।