NIA raid: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार को बड़ा एक्शन लेते हुए जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में 9 जगहों पर छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने यह छापेमारी टेरर फंडिंग मामले में की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस छापेमारी में एनआईए की टीम के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF के जवान भी साथ हैं। बताया जा रहा है कि NIA ने यह छापेमारी श्रीनगर के कलमदानपोरा में मुजम्मिल शफी खान के आवास पर की है। एनआईए ने जिस मुजम्मिल शफी खान के घर छापेमारी की है, वह रेवलॉन कंपनी में कास्मेटिक मार्केटिंग का काम करता है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इसके अलावा जांच एजेंसी ने श्रीनगर के नवाबाजार में भी छापेमारी की है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने नवाबाजार के साथ ही श्रीनगर के गोकदल में भी रेड की है। बताया जा रहा है कि गोकदल में एनआईए द्वारा यह छापेमारी मुस्ताक अहमद नाम के शख्स के घर पर की है। मुस्ताक नाम का यह शख्स रोड एंड ट्रांसपोर्ट विभाग से रिटायर्ड है। एनआईए ने ये सभी छापेमारी टेरर फंडिंग मामले में की है।
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दो महीने पहले भी की थी छापेमारी:
इससे पहले जम्मू कश्मीर में ही एनआई ने फरवरी माह में टेरर फंडिंग मामले में जमात-ए-इस्लामी संगठन से जुड़े लोगों और उनके 10 ठिकानों पर छापेमारी की थी। एनआईए द्वारा यह रेड बडगाम, कुलगाम और जम्मू जिले के गुज्जर नगर, शहीदी चौक में की गई थी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, NIA द्वारा यह रेड कुलगाम में जमात के पूर्व प्रमुख शेख गुलाम हसन और एक अन्य नेता सयार अहमद रेशी के घर पर की गई थी। शेख गुलाम हसन और सयार अहमद रेशी प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर से जुड़े हुए हैं। बता दें कि गृह मंत्रालय ने टेरर फंडिंग के आरोपों के चलते इस संगठन को 2019 में बैन कर दिया था।
SIA ने भी पकड़ा था टेरर फंडिंग नेटवर्क:
वहीं इसी साल जनवरी माह में विशेष जांच एजेंसी (SIA) ने भी एक टेरर फंडिंग नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए एक पुलिसकर्मी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इन लोगों पर क्रॉस बॉर्डर नारकोटिक्स सिंडिकेट में शामिल होने का आरोप था। विशेष जांच एजेंसी ने इस टेरर फंडिंग मामले में जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया था उसमें जम्मू के सेलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल सैफ-उद-दीन था। वहीं दूसरा शख्स बारामूला जिले में उरी के पूर्व सरपंच फारूक अहमद जंगल था।
पिछले साल जून में पुलवामा-शोपियां में की थी रेड:
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने टेरर फंडिंग मामले में पिछले साल जून 2023 में जम्मू कश्मीर के पुलवामा और शोपियां जिलों में छापेमारी की थी। उस दौरान तब साउथ कश्मीर के इन दोनों जिलों में कई ठिाकनों पर छापेमारी की गई थी। पुलवामा जिले में एनआईए ने सेदरगुंड और रत्नीपोरा गांव में छापेमारी की थी।
जी20 बैठक से पहले कई ठिकानों पर हुई थी छापेमारी:
वहीं एनआईए ने आतंकवाद से जुड़े मामलों में श्रीनगर में जी20 बैठक से पहले जम्मू-कश्मीर के सात जिलों में करीब 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी। ये छापेमारी श्रीनगर, पुलवामा, अवंतीपोरा, अनंतनाग, शोपियां, पुंछ और कुपवाड़ा में की थी। इससे पहले भी जांच एजेंसी ने आतंकियों और उनकी मदद करने वालों के करीब 70 से ज्यादा ठिकानों पर रेड कर चुकी है।
रविवार को राजोरी में आतंकी साजिश विफल:
रविवार को सुरक्षाबलों ने राजोरी में एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम करते हुए थन्ना मंडी इलाके में एक आतंकी ठिकाना ध्वस्त किया गया। यहां सुरक्षाबलों ने एक से आधा किलो की आठ इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद की थी। वहीं सुरक्षाबलों ने पुंछ जिले में आतंकवादियों की मदद करने वाले शख्स कमरूद्दीन को गिरफ्तार किया। उसके पास से सुरक्षाबलों को दो चीन निर्मित ग्रेनेड व एक पाकिस्तानी पिस्तौल बरामद हुई थी।
वहीं राजोरी में सुरक्षाबलों ने जो आतंकी ठिकाना नष्ट किया वहां से बरामद हुए हथियारों में आठ आईईडी बरामद हुई थीं, जिनमें से एक आईईडी एक किलो व सात अन्य आधा-आध किलो की हैं। इसके अलावा आतंकी ठिकाने से दो वायरलेस सेट, एके47 की तीन मैगजीन, 102 कारतूस, चार्जर व कुछ अन्य सामान भी बरामद हुआ।