Trump-Musk: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क के बीच चल रहा विवाद अब गंभीर और निजी हमलों में बदल चुका है। गुरुवार को शुरू हुई तल्ख बयानबाजी शुक्रवार को एक नए मोड़ पर पहुंच गई जब ट्रंप ने मस्क को “दिमागी संतुलन खो चुका व्यक्ति” बताया और कहा कि अब वे मस्क से बात तक नहीं करना चाहते।
माना जा रहा था कि दोनों के बीच सुलह की संभावनाएं बन सकती हैं, लेकिन ट्रंप के ताजा बयान के बाद यह लगभग नामुमकिन नजर आ रहा है। ट्रंप ने साफ कहा, मस्क से बात करने का कोई इरादा नहीं है। मैं उसके बारे में सोच भी नहीं रहा। उसमें कुछ समस्या है, वह बेचारा है। यह बयान तब आया है जब कुछ दिन पहले ही मस्क ने शांति के संकेत दिए थे और कहा था कि वे विवाद को आगे नहीं बढ़ाना चाहते।
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Trump-Musk एपस्टीन फाइल बनी विवाद की बड़ी वजह
माना जा रहा है कि ट्रंप और मस्क के बीच बढ़ती दरार की सबसे बड़ी वजह बनी है ‘एपस्टीन फाइल’। मस्क ने हाल ही में बयान दिया था कि ट्रंप प्रशासन ने जानबूझकर जेफरी एपस्टीन से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक नहीं किया क्योंकि उनमें ट्रंप का नाम शामिल है। इस बयान ने ट्रंप को नाराज़ कर दिया और उन्होंने सीधे मस्क पर निजी हमला कर डाला।
जेफरी एपस्टीन पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और सेक्स ट्रैफिकिंग के गंभीर आरोप थे और वह 2008 में दोषी भी ठहराया गया था। मस्क के अनुसार, इन फाइलों में ट्रंप की उड़ानों, बयानों और संपर्कों का रिकॉर्ड मौजूद है, जिसे जानबूझकर ‘क्लासिफाइड’ रखा गया है।
Trump-Musk मस्क की रणनीति: नुकसान पहुंचाने के चार तरीके
अब यह सवाल उठ रहा है कि एलन मस्क ट्रंप को किस तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं। विश्लेषकों के मुताबिक मस्क के पास चार अहम हथियार हैं:
- डॉलर पावर – मस्क राष्ट्रपति चुनावों में ट्रंप के लिए 300 मिलियन डॉलर खर्च कर चुके हैं। अब वे ट्रंप को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए रिपब्लिकन विरोधी अभियानों को फंड कर सकते हैं।
- सोशल मीडिया का इस्तेमाल – मस्क एक्स (पूर्व ट्विटर) के मालिक हैं। उन्होंने हाल ही में एक पोल डाला जिसमें पूछा गया कि क्या अमेरिका में एक नई पार्टी का गठन होना चाहिए। 80% से अधिक लोगों ने ‘हां’ में वोट किया, जिसे ट्रंप विरोधी मूड की झलक माना जा रहा है।
- ट्रंप से जुड़े अंदरूनी मामलों का खुलासा – ट्रंप के साथ महीनों की बातचीत के आधार पर मस्क अब अंदरूनी राज खोल सकते हैं। एपस्टीन फाइल्स इसका उदाहरण हैं।
- अंतरिक्ष प्रोग्राम पर दबाव – मस्क ने धमकी दी है कि वे स्पेसएक्स के ड्रैगन मिशन को तत्काल प्रभाव से रोक सकते हैं, जिससे नासा की अंतरिक्ष आपूर्ति ठप हो सकती है। ट्रंप के सलाहकार बैनन ने यहां तक कह दिया कि स्पेसएक्स को जब्त कर लेना चाहिए।
ट्रंप के जवाबी दांव
ट्रंप भी चुप बैठने वाले नहीं हैं। उन्होंने अपने अधिकारों का उपयोग कर मस्क के खिलाफ ये कदम उठाने की तैयारी कर ली है:
- सरकारी अनुबंध खत्म करना – ट्रंप ने कहा कि मस्क की कंपनियों टेस्ला और स्पेसएक्स के सरकारी अनुबंध रद्द करना आसान होगा और इससे बजट में भारी बचत होगी। मस्क की कंपनियों के पास 3 बिलियन डॉलर के 100 से ज्यादा अनुबंध हैं।
- मस्क की नागरिकता और ड्रग यूज की जांच – ट्रंप खेमे के स्टीव बैनन ने मस्क को “अवैध विदेशी” बताते हुए उनकी माइग्रेशन स्थिति की जांच और निर्वासन की मांग की है। साथ ही ड्रग्स और चीन से उनके संबंधों की भी जांच की मांग की है।
- सुरक्षा मंजूरी रद्द करना – मस्क को मिली ‘सीक्रेट क्लियरेंस’ रद्द करने की भी मांग की गई है जिससे उन्हें सरकार के साथ रक्षा-से जुड़े प्रोजेक्ट में काम करना मुश्किल हो जाएगा।
- न्याय विभाग से जांच शुरू कराना – ट्रंप अपनी कार्यकारी शक्तियों के जरिए न्याय विभाग या एफबीआई को मस्क के खिलाफ जांच के आदेश दे सकते हैं।
क्या अब ‘दोस्ती’ मुमकिन है?
विश्लेषकों के मुताबिक ट्रंप और मस्क की दोस्ती की अब कोई संभावना नहीं बची है। जहां मस्क ट्रंप को झूठा और अपराध से जुड़ा बता रहे हैं, वहीं ट्रंप उन्हें मानसिक रूप से अस्थिर और अविश्वसनीय बता रहे हैं। एपस्टीन प्रकरण को लेकर मचे इस सियासी भूचाल के बाद अब अमेरिकी राजनीति में हलचल और तेज हो सकती है। राष्ट्रपति चुनाव से पहले यह टकराव चुनावी समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है। आने वाले दिनों में ट्रंप और मस्क की अगली चालों पर पूरी दुनिया की नजरें होंगी।
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