PM Modi France Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस बैठक में रक्षा, अंतरिक्ष, असैन्य परमाणु ऊर्जा, स्वास्थ्य और आपसी सहयोग के अन्य प्रमुख क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा की गई। इस वार्ता का एक महत्वपूर्ण परिणाम यह रहा कि फ्रांस ने अपने प्रसिद्ध स्टार्टअप इनक्यूबेटर ‘स्टेशन एफ’ में 10 भारतीय स्टार्टअप को स्थान देने पर सहमति व्यक्त की। पीएम मोदी की फ्रांस यात्रा ने भारत-फ्रांस द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती प्रदान की है। इस दौरान स्टार्टअप्स, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, असैन्य परमाणु ऊर्जा, डिजिटल तकनीक और आर्थिक सहयोग के नए आयाम जुड़े। दोनों देशों के बीच यह साझेदारी वैश्विक स्तर पर नवाचार और प्रगति के लिए नए अवसर प्रदान करेगी।
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वार्ता के प्रमुख बिंदु
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि यह वार्ता पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के बीच मार्सिले की यात्रा के दौरान विमान में प्रारंभ हुई और बाद में मार्सिले पहुंचने के बाद भी जारी रही। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों ने इसमें भाग लिया और आपसी रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न आयामों पर विस्तार से चर्चा की।
इस दौरान, दोनों देशों ने रक्षा, अंतरिक्ष, असैन्य परमाणु ऊर्जा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रगति की समीक्षा की। इसके अलावा, उन्होंने भारत और फ्रांस के बीच आपसी जनसंपर्क और सांस्कृतिक सहयोग को और सुदृढ़ करने पर भी सहमति व्यक्त की।
स्टार्टअप्स को मिलेगी वैश्विक पहचान
भारत और फ्रांस के बीच स्टार्टअप सहयोग के तहत 10 भारतीय स्टार्टअप को फ्रांस के प्रतिष्ठित इनक्यूबेटर ‘स्टेशन एफ’ में शामिल किया जाएगा। यह इनक्यूबेटर विश्वभर के नए स्टार्टअप्स को सहयोग प्रदान करता है और उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान बनाने में मदद करता है।
भारत में UPI प्रणाली के विस्तार पर चर्चा
संयुक्त बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने फ्रांस में भारत की वास्तविक समय भुगतान प्रणाली -यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के उपयोग की संभावनाओं का स्वागत किया। यह डिजिटल भुगतान प्रणाली भारत में बेहद सफल रही है और अब इसे वैश्विक स्तर पर विस्तार देने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।
AI और नवाचार में साझेदारी
विक्रम मिस्री ने बताया कि इस द्विपक्षीय वार्ता में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर विशेष ध्यान दिया गया। दोनों देशों ने वर्ष 2026 को ‘भारत-फ्रांस नवाचार वर्ष’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। मार्च 2026 में नई दिल्ली में इसका आधिकारिक लोगो लॉन्च किया जाएगा और नवाचार से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
असैन्य परमाणु ऊर्जा में सहयोग
बैठक के दौरान असैन्य परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। दोनों नेताओं ने इस क्षेत्र में विशेष कार्य बल की पहली बैठक का स्वागत किया। इसके अलावा, लघु मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) और उन्नत मॉड्यूलर रिएक्टर (AMR) के सह-विकास पर सहमति बनी। भारत के ग्लोबल सेंटर फॉर न्यूक्लियर एनर्जी पार्टनरशिप (GCNEP) और फ्रांस के आईएनएसटीएन, सीईए के बीच प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए समझौता हुआ।
शोध और तकनीकी विकास में साझेदारी
भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) और फ्रांस के इंस्टीट्यूट नेशनल डे रिसर्च एन इंफॉर्मेटिक एट एन ऑटोमेटिक (INRIA) के बीच ‘इंडो-फ्रेंच सेंटर फॉर डिजिटल साइंसेज’ की स्थापना हेतु एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। इस पहल से डिजिटल और तकनीकी अनुसंधान को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद मिलेगी।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग
दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत-फ्रांस सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति जताई। इसके अलावा, वैश्विक मंचों पर संयुक्त पहल और भागीदारी को गहरा करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई।
संस्कृति, शिक्षा और पर्यटन क्षेत्र में प्रगति
बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने स्वास्थ्य, संस्कृति, पर्यटन, शिक्षा और लोगों के बीच आपसी संबंधों को और मजबूत करने के लिए उठाए गए कदमों पर संतोष व्यक्त किया। भारत और फ्रांस के बीच शैक्षिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की जा रही हैं।
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