Operation Sindoor: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का जवाब भारत ने निर्णायक और सटीक सैन्य कार्रवाई के रूप में दिया। 7 मई को भारतीय सेना और वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। भारतीय एजेंसियों ने आधिकारिक तौर पर 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने की जानकारी दी थी। लेकिन अब पाकिस्तान के एक डोजियर ने इस कार्रवाई में हुए नुकसान को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
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Operation Sindoor: भारत ने 17 ठिकानों को बनाया निशाना
पाकिस्तान की ओर से ‘ऑपरेशन बुनयान उन मार्सोस’ पर तैयार किए गए डोजियर में माना गया है कि भारत ने 9 नहीं, बल्कि कम से कम 17 ठिकानों को निशाना बनाया। इसमें 8 अतिरिक्त ठिकानों का उल्लेख किया गया है जिनका भारत ने अब तक आधिकारिक रूप से जिक्र नहीं किया था। इस डोजियर में सैटेलाइट इमेज के माध्यम से पेशावर, झंग, सिंध के हैदराबाद, पंजाब के गुजरात, गुजरांवाला, बहावलनगर, अटक और छोर जैसे बड़े शहरों में हुई तबाही का दस्तावेजी विवरण दिया गया है।
Operation Sindoor: सैन्य कार्रवाई के बाद पाक ने की सीजफायर की अपील
डोजियर की मानें तो इन हमलों से पाकिस्तान को रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक दोनों स्तरों पर भारी क्षति हुई है। यही कारण है कि भारत की इस सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से तत्काल युद्धविराम (सीजफायर) की अपील की गई। विशेषज्ञों का मानना है कि यह अपील ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रभावशीलता और पाकिस्तान की कमजोर स्थिति का सीधा प्रमाण है।
Operation Sindoor: सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस
भारत की ओर से 7 मई को सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। विदेश सचिव विक्रम मिस्री, वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने मीडिया को ऑपरेशन की जानकारी दी। उन्होंने उन 9 आतंकी ठिकानों की पहचान भी सार्वजनिक की जिन्हें ऑपरेशन में तबाह किया गया। इनमें बहावलपुर का मरकज सुभान अल्लाह, मुरीदके का मरकज तैयबा, सियालकोट का महमूना जोया सुविधा, बरनाला का मरकज अहले हदीस, कोटली जिले के मरकज अब्बास और मस्कर राहील शाहिद, भिम्बर, मुजफ्फराबाद का शावई नाला कैंप और मरकज सैयदना बिलाल शामिल हैं।
100 से ज्यादा आतंकियों को उतारा मौत के घाट
इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की गई थी। बताया गया कि भारतीय सेना ने अत्याधुनिक ड्रोन, सटीक निर्देशित मिसाइल और एयरबोर्न रडार का प्रयोग करते हुए इन आतंकी ठिकानों को कुछ ही मिनटों में तबाह कर दिया। सैन्य ब्रीफिंग के दौरान इन हमलों के फुटेज और सेटेलाइट इमेज भी मीडिया को दिखाए गए, जिससे अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की कार्रवाई की पारदर्शिता और वैधता को बल मिला।
पीएम मोदी ले रहे थे पल-पल की जानकारी
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पूरे अभियान की योजना और क्रियान्वयन पर रातभर निगरानी रखी। वे लगातार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख और एयरफोर्स कमांडरों के संपर्क में रहे। अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए एक वॉर रूम से पल-पल की जानकारी ली जा रही थी।
आतंक के खिलाफ भारत का करारा जवाब
‘ऑपरेशन सिंदूर’ न सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई थी, बल्कि यह भारत की आतंकवाद के खिलाफ नई रणनीतिक सोच का परिचायक भी है। अब भारत सिर्फ जवाबी कार्रवाई तक सीमित नहीं है, बल्कि आतंक के ठिकानों को जड़ से खत्म करने की नीति पर चल पड़ा है।
ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान में घबराहट
इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान की घबराहट साफ झलक रही है। डोजियर में भारत द्वारा किए गए हमलों की स्वीकारोक्ति यह दर्शाती है कि भारत ने अपनी सैन्य क्षमता, खुफिया जानकारी और राजनीतिक संकल्प का सही इस्तेमाल किया है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि अब भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर किसी तरह की ढील नहीं बरतेगा।
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