Weather Update : भारत के पूर्वोत्तर के राज्यों में एक बार फिर मौसम में पलटी मारी है। अचानक आए तूफान और बारिश ने भारी तबाही मचा दी है। पश्चिम बंगाल, असम, मिजोरम, मेघालय और मणिपुर में रविवार को अचानक आए चक्रवाती तूफान और बारिश से भारी नुकसान हुआ है। जलपाईगुड़ी में अचानक आए तूफान के कारण जिले में पांच लोगों की जान चली गई। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और बारिश का असर मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आने वाले एक दो दिनों तक कुछ राज्यों में भारी बारिश हो सकती है।
Table of Contents
जलपाईगुड़ी में 5 की मौत, 500 घायल
जलपाईगुड़ी में अचानक आए तूफान ने जमकर तबाही मचाई है। चक्रवाती तूफान के कारण पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं इस प्राकृतिक आपदा में 500 लोग घायल हो गए है। तूफान के कारण कारण यहां बहुत क्षति पहुंची है। तेज हवाओं के कारण बड़ी संख्या पेड़ उखड़ गए। कई जगहों पर बिजली के खंभे गिर गए। तूफान के कारण कई झोपड़ियां क्षतिग्रस्त भी हुई। जिले के अधिकांश हिस्सों में ओलावृ्ष्टि से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जलपाईगुड़ी दौरे पर पहुंची। उन्होंने लोगों को हर संभव मदद देने की बात कही है।
मेघालय में 200 लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा
मेघालय में तूफान से दर्जनों घर क्षतिग्रस्त हुए है। तूफान के कारण कई लोग घायल हुए है। प्रशासन ने करीब 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है। मणिपुर के थौबल और खोंगजोम इलाके में तूफान के कारण कई पेड़ उखड़ गए। कच्चे घरों और झोपड़ी को काफी नुकसान हुआ है। त्रिपुरा के गोमती जिले का भी यही हाल है।
आईएमडी ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में ऐसा ही मौसम रहने वाला है। आईएमडी ने आगामी पांच दिनों के लिए पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया। इस सप्ताह में असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में कई जगहों पर तेज बारिश होने की संभावना है। इन राज्यों में बिजली गरजने, 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलेगी।
असम में एयरपोर्ट की छत क्षतिग्रस्त
तूफान का असर असम में भी देखने को मिला। गुवाहाटी में तेज बारिश से गोपीनाथ बोरदोलोई इंटरनेशनल एयरपोर्ट की छत का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होकर गिर गया। इसमें किसी को चोट नहीं आई। इस घटना के बाद फ्लाइट की आवाजाही को रोकना पड़ा। छह उड़ानों को डायवर्ट किया गया। हालांकि बाद में आवाजाही फिर से शुरू कर दी गई।