Sanjay Singh Controversial Statement: आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के संसद में दिए गए बयान “हराम में भी राम” पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की सदस्य साध्वी प्राची ने इस बयान पर तीखी नाराजगी जताई है, जबकि अयोध्या के संतों ने संजय सिंह को दिमाग का इलाज कराने की सलाह दी है। संतों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि ऐसे बयानों पर कठोर कानून बनाया जाए। इस बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में हंगामा मचा हुआ है, और BJP ने भी AAP पर हिंदू भावनाओं से खिलवाड़ का आरोप लगाया है।
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Sanjay Singh Controversial Statement: साध्वी प्राची की तीखी प्रतिक्रिया
साध्वी प्राची ने कहा कि देश की राजनीति बहुत खराब हो गई है। विपक्ष इतनी गंदी राजनीति करेगा, इस पर किसी को विश्वास नहीं था, लेकिन अब सच सामने आ रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह देश राम, कृष्ण, महादेव और छत्रपति शिवाजी का है। सुबह उठते ही ‘जय श्री राम जी’ कहते हैं, किसान थकान मिटाने के लिए ‘हे राम’ कहता है, बॉर्डर पर जवान ‘हे राम’ बोलते हैं, और अंतिम यात्रा में ‘राम नाम सत्य है’ कहा जाता है। साध्वी ने AAP को घटिया राजनीति करने वाली पार्टी बताया और कहा कि राम जी पर भद्दा मजाक और गाली देने वाले लोग हिंदुस्तान का खाते हैं, लेकिन दिल पाकिस्तान में पड़े हैं। उन्होंने सनातनियों से अपील की कि 2026, 2027, 2028 या 2029 के चुनावों में ऐसे लोगों को सबक सिखाएं, उनकी कुर्सी छीन लें, ताकि उनकी हालत खराब हो जाए। साध्वी प्राची ने संजय सिंह के बयान को हिंदू भावनाओं पर हमला करार दिया और कहा कि विपक्ष अब राम के नाम पर राजनीति कर रहा है, जो अक्षम्य है।
Sanjay Singh Controversial Statement: संजय सिंह का विवादास्पद बयान
संजय सिंह ने राज्यसभा में VB-G Ram G बिल पर चर्चा के दौरान कहा था कि राम के नाम में चरित्र होना चाहिए, वरना हराम में भी राम लिखा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि अयोध्या में किसानों से सस्ते दामों में जमीन ली गई और बाद में ऊंची कीमतों पर बेची गई। सिंह ने सवाल उठाया कि भगवान राम के नाम पर बिजनेस किया जा रहा है और लोगों को लूटा जा रहा है? इसलिए अयोध्या के लोगों ने चुनाव में BJP को हराया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर चरित्र नहीं रहा, तो देशभर में जनता जवाब देगी। साथ ही, मनरेगा योजना को स्थायी समिति के पास भेजा गया था, लेकिन इस नई योजना को क्यों नहीं भेजा जा रहा? इस बयान पर BJP ने तुरंत पलटवार किया, इसे हिंदू भावनाओं का अपमान बताया। संजय सिंह ने बाद में स्पष्ट किया कि उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी को कोट किया था, लेकिन विवाद बढ़ता गया।
Sanjay Singh Controversial Statement: अयोध्या के संतों का गुस्सा
अयोध्या के संतों ने संजय सिंह के बयान को निंदनीय और शर्मनाक बताया। एक संत ने कहा कि ये लोग देश के लिए नासूर हैं, इनका इलाज जरूरी है। उन्होंने चेतावनी दी कि सनातनियों को सरल मत समझो, वे हर भाषा में जवाब दे सकते हैं। संत ने सवाल उठाया कि अन्य धर्मों पर टिप्पणी क्यों नहीं करते? हमारे आराध्य पर बोलते हो? उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को जवाब देने के लिए तैयार हैं और देवी-देवताओं पर टिप्पणी बर्दाश्त नहीं करेंगे। संत ने PM मोदी से मांग की कि सनातन पर अभद्र टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कठोर कानून बने, उनकी संपत्ति जब्त हो और जेल भेजा जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग देश को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिश रच रहे हैं, इनकी जांच होनी चाहिए, क्योंकि इन्हें विदेश से फंडिंग मिल रही है।
‘संजय सिंह दिमाग का इलाज करवाएं, खर्चा मैं उठाऊंगा’
एक अन्य संत ने AAP की मानसिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि संजय सिंह को दिमाग का इलाज कराना चाहिए, खर्चा हम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर इस्लाम पर टिप्पणी करते तो उनकी जीभ और गर्दन नहीं बचती, सिर कलम कर दिया जाता। लेकिन सनातन दयावान है, इसलिए ऐसे बयान दिए जाते हैं। संत ने सनातनियों से अपील की कि हाथ में लाठी और तलवार लेकर तैयार रहें, सनातन विरोधियों की पिटाई करें और सबक सिखाएं। कब तक ऐसे लोगों को बर्दाश्त किया जाए?
राजनीतिक माहौल गर्म
इस विवाद ने राजनीतिक माहौल गर्मा दिया है। BJP ने AAP पर हिंदू घृणा का आरोप लगाया है, जबकि AAP का कहना है कि बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा फिर से चर्चा में है, और संत समाज ने एकजुट होकर विरोध जताया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह 2026 चुनावों को प्रभावित कर सकता है, जहां धार्मिक भावनाएं अहम भूमिका निभाती हैं। संजय सिंह के बयान पर संसद में भी हंगामा हुआ, और विपक्ष ने इसे राजनीतिक स्टंट बताया।
