Road Accident: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में मंगलवार देर रात एक भयावह सड़क दुर्घटना में दो ट्रकों और एक पिकअप वाहन की जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में पिकअप सवार तीन लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक ट्रक चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना नेशनल हाईवे पर स्मार्ट सिटी स्थित आदर्श किसान इंटर कॉलेज के पास हुई, जहां टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पिकअप के परखच्चे उड़ गए। हादसे के बाद हाईवे पर लंबा जाम लग गया, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया।
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Road Accident: तेज रफ्तार ने ले ली तीन जिंदगियां
सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि मृत्यु का कारण बने इस हादसे में पिकअप बगड़ा से टेंट का सामान लादकर पीलीभीत की ओर जा रही थी। अचानक पीछे से तेज रफ्तार में आ रहे एक ट्रक ने पिकअप में जोरदार ठोकर मार दी। टक्कर के असर से पिकअप सड़क पर अनियंत्रित हो गई और पलटते हुए सामने से पूरनपुर की ओर आ रहे दूसरे ट्रक से जा टकराई। तीनों वाहनों की भिड़ंत इतनी भयानक थी कि पिकअप में सवार तीनों यात्रियों की मौके पर ही सांसें थम गईं। ट्रक चालक को मामूली चोटें आईं, लेकिन वह भी सदमे में है। मृतकों की पहचान अभी जारी है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के मुताबरक जिले के निवासी होने की संभावना है।
Road Accident: दोनों ट्रक जब्त, मामला दर्ज
घटना की सूचना मिलते ही थाना गजरौला कला की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिए गए। शवों को निकालकर जिला अस्पताल के पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया गया। हाईवे पर फंसे वाहनों को क्रेन की मदद से हटवाकर आवागमन बहाल कराया गया। हादसे के बाद करीब दो घंटे तक यातायात पूरी तरह बाधित रहा, जिससे आसपास के ग्रामीणों को भारी परेशानी हुई। पुलिस ने दोनों ट्रकों को जब्त कर लिया है और चालकों के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया जाएगा।
Road Accident: बेरहम हाईवे पर बढ़ते हादसे
पीलीभीत जिला, जो तराई क्षेत्र में स्थित है, नेशनल हाईवे-30 के कारण वाहनों का प्रमुख गलियारा है। यहां रोजाना सैकड़ों ट्रक और पिकअप वाहन आवागमन करते हैं, लेकिन तेज रफ्तार, ओवरलोडिंग और अंधेरा होने के कारण हादसे आम हो चुके हैं। पिछले एक साल में इस हाईवे पर 20 से अधिक ऐसी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें 50 से ज्यादा लोगों की जान गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के बीच सड़क की चौड़ाई और लाइटिंग की कमी बड़ी समस्या है। स्थानीय निवासी रामकिशोर ने बताया, रात में ट्रक ड्राइवरों की लापरवाही से ग्रामीणों की जिंदगियां खतरे में हैं। प्रशासन को स्पीड ब्रेकर और सीसीटीवी लगाने चाहिए।
सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल
यह हादसा उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों को और तेज कर देगा। राज्य सरकार ने हाल ही में ‘सुरक्षित भारत अभियान’ शुरू किया है, जिसमें हाईवे पर पेट्रोलिंग बढ़ाने का लक्ष्य है। लेकिन जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन की कमी साफ नजर आ रही है। पीलीभीत के एसपी ने कहा कि जांच पूरी होने पर दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल
मृतकों के परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। एक परिजन ने कहा, “ये लोग टेंट का सामान लेकर रोजगार के लिए निकले थे, लेकिन किस्मत ने धोखा दे दिया।” जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सरकारी सहायता राशि देने का आश्वासन दिया है। यह घटना न केवल पीलीभीत बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक सबक है कि सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी।
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