Gang Rape: उत्तर प्रदेश के झांसी में मजदूरी की तलाश में जुटी एक 35 वर्षीय महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। आरोपियों ने 500 रुपये दिहाड़ी का लालच देकर महिला को निर्माणाधीन मकान पर ले जाकर न सिर्फ गैंगरेप किया, बल्कि विरोध करने पर दांतों से काटा, मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
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Gang Rape: दिहाड़ी का झांसा देकर ले गए निर्माणाधीन मकान
पीड़िता तालपुरा क्षेत्र में किराए के मकान में रहती है और मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण करती है। उसका पति लंबे समय से बीमार है, इसलिए वह रोजाना मजदूरों वाली पुलिया पर काम की तलाश में खड़ी रहती है। 20 दिसंबर को पीड़िता की भाभी उसे पुलिया पर छोड़ गई। वहां एक व्यक्ति ने 500 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी का भरोसा दिलाकर उसे गोविंद चौराहा के पास मढ़िया मोहल्ले में निर्माणाधीन मकान पर ले गया। महिला को बताया गया कि वहां पहले से काम चल रहा है और भुगतान समय पर होगा।
मकान पर पहुंचते ही पहले से मौजूद तीन युवकों ने महिला को सीमेंट की बोरी उठाने के बहाने कमरे में भेज दिया। तभी मकान मालिक अलीम और मुस्तरा निवासी हरिश्चंद ने दरवाजा बंद कर लिया। आरोपियों ने सबसे पहले महिला का मोबाइल छीन लिया और उसके साथ बारी-बारी से सामूहिक दुष्कर्म किया।
Gang Rape: विरोध पर मारपीट, काटा और दी धमकी
जब महिला ने विरोध किया तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की। दांतों से काटकर उसे घायल कर दिया। घटना के बाद आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी और पुलिस में शिकायत करने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी। एक आरोपी, जिसे ‘खान साहब’ कहा जा रहा है, ने मोबाइल से फोन करके दोबारा डराने की कोशिश की।
डर और सदमे में महिला किसी तरह घर पहुंची और परिजनों को पूरी आपबीती सुनाई। सोमवार को परिजन उसे लेकर नवाबाद थाने पहुंचे और तहरीर दी। पीड़िता के देवर ने साहस दिखाते हुए मजदूर वाली पुलिया पर एक आरोपी को पहचान लिया और पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
Gang Rape: पुलिस की त्वरित कार्रवाई, दो आरोपी हिरासत में
नवाबाद थाने में मामला दर्ज होते ही पुलिस हरकत में आई। झांसी एसपी सिटी प्रीति सिंह ने बताया कि महिला की सूचना पर तत्काल मुकदमा दर्ज किया गया। सुसंगत धाराओं (गैंगरेप, मारपीट, धमकी आदि) के तहत केस दर्ज कर दोनों नामजद आरोपियों – अलीम और हरिश्चंद – को हिरासत में ले लिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश के लिए टीमें गठित की गई हैं। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और आगे की जांच जारी है।
यह घटना महिलाओं की सुरक्षा और मजदूरी के नाम पर हो रहे शोषण पर गंभीर सवाल उठा रही है। समाज में बढ़ते अपराधों के बीच पुलिस की सतर्कता सराहनीय है, लेकिन ऐसी वारदातें रोकने के लिए और सख्त कदमों की जरूरत महसूस की जा रही है। पीड़िता परिवार को न्याय की उम्मीद है कि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी।
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