CM Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक उच्चस्तरीय बैठक की हैं। इसमें उन्होंने विकास कार्यों, कानून व्यवस्था, और आगामी पर्व-त्योहारों के लिए व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के संबंध में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। इस बैठक में प्रदेश के सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, अपर पुलिस महानिदेशक (जोन), सभी पुलिस आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक (रेंज), और पुलिस उप महानिरीक्षक (परिक्षेत्र) उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों की निगरानी और उनके सही ढंग से क्रियान्वयन पर जोर देने के साथ ही, कानून व्यवस्था की स्थिति को मजबूत करने और पर्व-त्योहारों के दौरान शांति बनाए रखने के लिए भी निर्देश दिए।
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जन शिकायतों के निस्तारण में देरी पड़ेगा महंगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि जन शिकायतों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की देरी को गंभीरता से लिया जाएगा और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि मिथ्या रिपोर्ट लगाई गई तो इसके परिणामस्वरूप कड़ी कार्रवाई होगी।
रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपें
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से अपेक्षा की कि वे तहसीलों की और मंडलायुक्त जिलों की व्यवस्थाओं की समीक्षा करें। उन्होंने सवाल उठाया कि आम आदमी के आवेदन लंबित क्यों हैं और इसकी जांच कर जवाबदेही तय करते हुए रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपें। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि शासन स्तर पर हर दिन, हर जिले की समीक्षा की जा रही है और सभी अधिकारियों की गतिविधियों की सीधी निगरानी की जा रही है।
सुरक्षा से समझौता स्वीकार नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में माताओं, बहनों और बेटियों की सुरक्षा के प्रति अपनी कड़ी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि इस मामले में किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने लव जिहाद, चेन स्नेचिंग और ईव टीजिंग जैसी घटनाओं की सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
हर घटना की जा रही मॉनिटरिंग
सीएम योगी ने महिला पुलिस बीट अधिकारियों को सक्रिय रहने और पेट्रोलिंग जारी रखने का निर्देश दिया। सभी स्तरों पर, बीट सिपाही से लेकर डिप्टी एसपी तक की जवाबदेही तय की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन स्तर पर हर जिले की प्रत्येक दिन समीक्षा की जा रही है और जनपदों की हर घटना और अधिकारी की गतिविधि की मॉनिटरिंग की जा रही है। जोन और रेंज स्तर के अधिकारियों को भी अपने क्षेत्र में ऐसा ही प्रयास करने का निर्देश दिया गया है। पुलिस कमिश्नर को हर दिन डीजीपी को अपने कमिश्नरेट की रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
सीएम योगी ने जारी किए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन, और थाना/तहसील/विकास खंड में प्राप्त सभी शिकायतों की सुनवाई की जाए। उन्होंने अधिकारियों को सलाह दी कि पीड़ित या परेशान व्यक्ति की मनोदशा को समझें और उसकी भावनाओं का सम्मान करते हुए पूरी संवेदनशीलता के साथ समस्या का समाधान करें।
मिथ्या या भ्रामक रिपोर्ट पर होगी कार्रवाई
शिकायतकर्ता की संतुष्टि और उसका फीडबैक ही अधिकारियों के प्रदर्शन का मानक होगा। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जनशिकायतों और समस्याओं से जुड़े आवेदनों का संतोषजनक निस्तारण किया जाना चाहिए। मिथ्या या भ्रामक रिपोर्ट लगाने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।