Balkrishna Tripathi: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक और पूर्व अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख बालकृष्ण त्रिपाठी का लखनऊ के राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान में निधन एक बड़ी क्षति है। उनके निधन के बाद संघ और समाज में शोक की लहर दौड़ गई है। उनका अंतिम संस्कार कानपुर में किया जाएगा। संघ के सर सहकार्यवाह अरुण कुमार और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बालकृष्ण त्रिपाठी के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
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कानपुर में होगा अंतिम संस्कार
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक बालकृष्ण त्रिपाठी के निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए लखनऊ के भारती भवन में रखा गया है। यहां पर संघ के वरिष्ठ प्रचारकों और विभिन्न राजनीतिक हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। संघ के सर सहकार्यवाह अरुण कुमार ने भी उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। बालकृष्ण त्रिपाठी का अंतिम संस्कार आज ही कानपुर के गंगा तट, भैरो घाट पर किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी और मोहन भागवत सहित कई लोगों ने व्यक्त किया शोक
वरिष्ठ प्रचारक बालकृष्ण त्रिपाठी (बालजी) के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उनके निधन से संघ और समाज को बड़ी क्षति हुई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
उनकी शिक्षा सदैव करती रहेंगी समाज को प्रेरित
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने भी लखनऊ के भारती भवन में बालकृष्ण त्रिपाठी के पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। बालकृष्ण त्रिपाठी संघ के एक समर्पित कार्यकर्ता थे और उनका योगदान संघ और समाज के लिए अमूल्य था। उनकी यादें और उनकी शिक्षा सदैव संघ परिवार और समाज को प्रेरित करती रहेंगी।
जानिए कौन थे बालकृष्ण त्रिपाठी
बालकृष्ण त्रिपाठी का जीवन संघ और समाज के प्रति समर्पण का प्रतीक था। उनका जन्म 5 मार्च 1937 को कानपुर देहात के कांठीपुर गांव में हुआ था। उन्होंने कानपुर के डीएवी कॉलेज से एम कॉम की पढ़ाई पूरी की और इसके बाद कानपुर के एर्गन मिल में नौकरी की।
नौकरी छोड़कर संघ के प्रचारक के रूप में जीवन किया समर्पित
कानपुर के तत्कालीन विभाग प्रचारक स्व. अशोक सिंघल की प्रेरणा से बालकृष्ण त्रिपाठी ने 1962 में अपनी नौकरी छोड़कर संघ के प्रचारक के रूप में जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने संघ में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं, जैसे कि बिल्हौर के तहसील प्रचारक, कानपुर के नगर प्रचारक, जिला प्रचारक, विभाग प्रचारक, प्रांत प्रमुख, सह प्रांत प्रचारक, और अंत में अवध प्रांत के प्रांत प्रचारक के रूप में कार्य किया।
सदैव याद रखा जाएगा उनका योगदान
बालकृष्ण त्रिपाठी का जीवन और कार्य संघ के सिद्धांतों के प्रति उनकी निष्ठा और समर्पण को दर्शाता है। उनके योगदान को संघ परिवार और समाज के लिए सदैव याद रखा जाएगा। उनका निधन एक बड़ी क्षति है, और उनके द्वारा स्थापित आदर्शों का अनुसरण करना हम सभी के लिए प्रेरणादायक रहेगा।