AC Blast: सोमवार तड़के ग्रीनफील्ड कॉलोनी में एक भीषण हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। कॉलोनी के मकान नंबर 787 की पहली मंजिल पर रहने वाले कपूर परिवार का सुख-शांति का जीवन अचानक तबाह हो गया। देर रात करीब 3 बजे ऊपरी मंजिल पर रहने वाले मलिक परिवार के घर में एसी शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग से उठे घने धुएं ने नीचे बने कपूर परिवार के घर को अपनी चपेट में ले लिया। धुएं में दम घुटने से 50 वर्षीय सचिन कपूर, उनकी पत्नी रिंकू कपूर और बेटी सुजान की मौत हो गई, जबकि बेटा आर्यन गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में भर्ती है।
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AC Blast: धुएं से घबराए, पर छत का गेट बंद था
हादसे के वक्त परिवार गहरी नींद में था। अचानक घर में घुसा धुआं तेजी से फैलने लगा। घबराहट में परिवार ने बचने की कोशिश की, लेकिन छत का गेट बंद होने के कारण बाहर निकलना असंभव हो गया। दम घुटने से सचिन, रिंकू और सुजान वहीं बेहोश होकर गिर पड़े। आर्यन ने हिम्मत दिखाई और बालकनी से छलांग लगा दी। हालांकि इस प्रयास में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पड़ोसियों ने उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज जारी है।
AC Blast: मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड
आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। टीम मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। मगर तब तक देर हो चुकी थी। कपूर परिवार के तीन सदस्यों को अचेत अवस्था में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
AC Blast: स्थानीय पार्षद ने जताया गहरा दुख
घटना के बाद इलाके में शोक का माहौल है। स्थानीय पार्षद ने हादसे को “हृदयविदारक” बताया। उन्होंने कहा— तीन लोगों की मौत हमारे क्षेत्र के लिए बड़ा आघात है। स्थानीय लोगों और पुलिस ने राहत कार्य में सराहनीय सहयोग किया। लेकिन इस हादसे ने यह साबित कर दिया है कि हमारे क्षेत्र में फायर स्टेशन की बेहद जरूरत है। यदि फायर ब्रिगेड समय पर पहुंच पाता, तो शायद इतनी बड़ी जान हानि नहीं होती।
पार्षद ने बिल्डर्स की लापरवाही पर भी सवाल उठाए और कहा कि जिस इमारत में हादसा हुआ वहां कोई फायर सेफ्टी सिस्टम मौजूद नहीं था। उन्होंने केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर और क्षेत्रीय विधायक से फायर स्टेशन की स्थापना के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की।
लोगों में गुस्सा और चिंता
इस दर्दनाक हादसे के बाद ग्रीनफील्ड कॉलोनी के लोगों में गुस्सा और चिंता दोनों है। स्थानीय लोग कह रहे हैं कि इलाके में फायर सेफ्टी नियमों की अनदेखी आम बात है। कई मल्टी-फ्लोर मकानों में सुरक्षा इंतजाम नहीं हैं। रिहायशी लोग मानते हैं कि यदि समय रहते सुरक्षा मानकों का पालन और फायर स्टेशन की सुविधा होती, तो हादसे को रोका जा सकता था। अब सभी की मांग है कि इस तरह की घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
जांच से सामने आएगी सच्चाई
फिलहाल पुलिस आग लगने के सही कारण और बिल्डिंग में सुरक्षा इंतजामों की स्थिति की जांच कर रही है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है और अधिकारियों का कहना है कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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