Gukesh Dommaraju: भारत के डी गुकेश ने सिंगापुर में हुए शतरंज के एक ऐतिहासिक मुकाबले में चीन के डिंग लिरेन को हराकर विश्व शतरंज चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। 18 वर्षीय डी गुकेश ने 14वें गेम में डिंग लिरेन को मात दी, और 7.5-6.5 से मैच जीतने में सफल रहे। इस जीत के साथ गुकेश शतरंज के इतिहास में सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बने। इस जीत के साथ, वह विश्व शतरंज चैंपियन बनने वाले दूसरे भारतीय बन गए, पहले यह उपलब्धि विश्वनाथन आनंद के नाम रही है। डी गुकेश ने 14 मैचों में डिंग लिरेन की गलती का फायदा उठाते हुए निर्णायक खेल में बाजी मारी।
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गुकेश बने सबसे कम उम्र के शतरंज विश्व चैंपियन
डी गुकेश ने चीन के डिंग लिरेन को हराकर शतरंज के इतिहास में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया। वह शतरंज के 18वें विश्व चैंपियन बने और 21 साल की उम्र में खिताब जीतने का गैरी कास्पारोव का रिकॉर्ड तोड़ने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। 21 साल की उम्र में गैरी कास्पारोव के 1985 में 21 साल की उम्र में हासिल किए गए विश्व चैंपियनशिप खिताब के रिकॉर्ड को तोड़ा। गुकेश अब सबसे कम उम्र के शतरंज विश्व चैंपियन बन गए हैं, जिससे उन्होंने एक नए युग की शुरुआत की है।
विश्व शतरंज चैंपियनशिप दूसरे भारतीय
डी गुकेश ने विश्व शतरंज चैंपियनशिप का खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय शतरंज खिलाड़ी के रूप में इतिहास रच दिया। वह इस खिताब को जीतने वाले पहले भारतीय थे विश्वनाथन आनंद के बाद, जिन्होंने 2013 में चेन्नई में नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन से हारने के लगभग एक दशक बाद यह खिताब हासिल किया। 2023 में मैग्नस कार्लसन ने विश्व चैंपियनशिप से ताज त्यागने का फैसला लिया, जिससे डिंग लिरेन के लिए इयान नेपोमनियाचची को हराकर खिताब जीतने का रास्ता खुल गया था।
गुकेश की ऐतिहासिक जीत
गुकेश की यह जीत भारतीय शतरंज के लिए एक नया अध्याय है, जो भारतीय खेलों में शतरंज के महत्व को और बढ़ा देती है। गुकेश की यह जीत भारतीय शतरंज के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है और आने वाले समय में भारत को इस खेल में और अधिक गौरव मिल सकता है।
पीएम मोदी ने डी गुकेश को दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डी गुकेश को सबसे कम उम्र का विश्व शतरंज चैंपियन बनने पर बधाई दी। उन्होंने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनकी ऐतिहासिक और अनुकरणीय उपलब्धि को सराहा। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ के आधिकारिक हैंडल द्वारा की गई पोस्ट का जवाब देते हुए कहा, यह उपलब्धि ऐतिहासिक और अनुकरणीय है! उनके शब्दों ने गुकेश की जीत को भारतीय शतरंज के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर करार दिया और पूरे देश में गर्व का अहसास कराया।
‘अद्वितीय प्रतिभा, कड़ी मेहनत और अटूट दृढ़ संकल्प का परिणाम’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डी गुकेश को उनके विश्व शतरंज चैंपियन बनने पर बधाई देते हुए कहा, गुकेश डी को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई। यह उनकी अद्वितीय प्रतिभा, कड़ी मेहनत और अटूट दृढ़ संकल्प का परिणाम है। उन्होंने आगे कहा, उनकी जीत ने न केवल शतरंज के इतिहास में उनका नाम दर्ज किया है, बल्कि लाखों युवा दिमागों को बड़े सपने देखने और उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित किया है। पीएम मोदी ने गुकेश के भविष्य के प्रयासों के लिए अपनी शुभकामनाएं भी दी और उनके द्वारा शतरंज के क्षेत्र में नए मापदंड स्थापित करने की सराहना की।
राष्ट्रपति ने दी ऐतिहासिक उपलब्धि पर बधाई
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डी गुकेश की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर बधाई देते हुए लिखा, विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बनने पर डी गुकेश को हार्दिक बधाई। उन्होंने भारत को बेहद गौरवान्वित किया है। उनकी जीत शतरंज की महाशक्ति के रूप में भारत के अधिकार पर मुहर लगाती है। शाबाश गुकेश! प्रत्येक भारतीय की ओर से, मैं कामना करती हूं कि आप भविष्य में भी गौरवान्वित करते रहें।
खेल मंत्री ने भी दी शुभकामनाएं
इसके अलावा, खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी डी गुकेश को बधाई देते हुए कहा, डी गुकेश को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। प्रतिष्ठित विश्व शतरंज चैंपियनशिप का खिताब जीतने और शतरंज के इतिहास में सबसे कम उम्र का विश्व चैंपियन बनने के लिए। आपकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है।
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