Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ की बेटी रंजीता कोरेटी ने ताइवान के ताइपे में आयोजित एशियन कैडेट जूडो चैंपियनशिप 2025 में गोल्ड मेडल जीतकर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर प्रदेश भर में हर्ष का माहौल है। रंजीता की इस उपलब्धि पर उनके गांव, स्कूल और पूरे जिले में खुशी का माहौल है। स्थानीय खेल विभाग और प्रशासन ने भी रंजीता के सम्मान में समारोह आयोजित करने की घोषणा की है।
Table of Contents
Chhattisgarh: मुख्यमंत्री ने दी बधाई
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर रंजीता को बधाई देते हुए लिखा, कोंडागांव की बिटिया रंजीता कोरेटी ने ताइपे में आयोजित एशियन कैडेट जूडो चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है। यह पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। हमारी बेटियां अब वैश्विक मंच पर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रही हैं।
बेटियों के लिए बताया प्रेरणा
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि रंजीता ने राज्य बाल कल्याण परिषद, महिला एवं बाल विकास विभाग और समर्पित प्रशिक्षकों के सहयोग से कठिन परिश्रम और आत्मविश्वास के साथ यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने रंजीता को बेटियों के लिए प्रेरणा बताते हुए लिखा, मैं रंजीता कोरेटी को हृदय से बधाई देता हूं। यह साबित करता है कि अगर बेटियों को मौका और मार्गदर्शन मिले, तो वे हर ऊंचाई को छू सकती हैं। हमारी सरकार बेटियों को हर स्तर पर सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
Chhattisgarh: कठिन परिश्रम से मुकाम तक पहुंची रंजीता
कोंडागांव की रहने वाली रंजीता कोरेटी की खेल यात्रा साल 2021 में चंडीगढ़ में आयोजित ओपन नेशनल जूडो टूर्नामेंट से शुरू हुई। जनवरी 2023 में उनका चयन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) भोपाल में हुआ, जहां से उनके प्रशिक्षण की दिशा और मजबूती मिली।
महिला एवं बाल विकास विभाग और आईटीबीपी के सहयोग से रंजीता को जूडो की विशेष ट्रेनिंग दी गई। इस प्रशिक्षण ने उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया और अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिया।
Chhattisgarh: राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन
रंजीता ने राष्ट्रीय स्तर पर भी कई अहम उपलब्धियां हासिल की हैं।
- 2022 में भोपाल में ब्रॉन्ज मेडल
- 2024 में केरल में सिल्वर मेडल
- 2024 में नासिक में गोल्ड मेडल
पुणे में आयोजित ओपन नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड, जहां उन्होंने असम, तेलंगाना, महाराष्ट्र और दिल्ली की टीमों को हराकर यह खिताब अपने नाम किया।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का मान बढ़ाया
रंजीता ने कैडेट यूरोपियन कप 2025 में 52 किग्रा वर्ग में पांचवां स्थान हासिल किया था। इसके बाद उन्होंने उजबेकिस्तान में एशियन कैडेट चैंपियनशिप में प्रभावशाली प्रदर्शन किया और फिर ताइवान के ताइपे में आयोजित एशियन कैडेट चैंपियनशिप 2025 में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया।
बेटियों के सपनों को मिले पंख
रंजीता की यह सफलता यह दिखाती है कि यदि बेटियों को समय पर सही अवसर और प्रशिक्षण मिले तो वे वैश्विक मंच पर भी सफलता के परचम लहरा सकती हैं। रंजीता ने मीडिया से बातचीत में कहा, यह जीत मेरे माता-पिता, कोच और पूरे छत्तीसगढ़ की मेहनत का परिणाम है। मेरा सपना ओलंपिक में गोल्ड लाना है और मैं इसके लिए और मेहनत करूंगी।
बेटियों के सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा संदेश
रंजीता कोरेटी की यह उपलब्धि सिर्फ खेल में ही नहीं, बल्कि बेटियों के सपनों को पूरा करने और समाज में बेटियों की स्थिति को मजबूत करने के लिए भी प्रेरणास्रोत है। यह प्रदेश के युवाओं को भी यह सिखाता है कि निरंतर मेहनत, सही मार्गदर्शन और आत्मविश्वास से किसी भी लक्ष्य को पाया जा सकता है।
यह भी पढ़ें:-
छत्तीसगढ़ में बिजली दरें बढ़ीं, किसानों पर नहीं पड़ेगा असर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय