Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि 2025 के पावन अवसर पर काशी नगरी पूरी तरह शिवमय हो गई है। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आगमन की उम्मीद के मद्देनजर काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। इस बार श्रद्धालुओं की सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है कि महाशिवरात्रि पर वीआईपी और सुगम दर्शन की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी, जिससे हर भक्त को बिना किसी भेदभाव के बाबा के दर्शन का समान अवसर मिल सके।
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32 घंटे तक खुला रहेगा बाबा विश्वनाथ का दरबार
मंदिर प्रशासन के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन बाबा विश्वनाथ का दरबार 32 घंटे तक लगातार खुला रहेगा। इस दौरान श्रद्धालु किसी भी समय मंदिर में प्रवेश कर महादेव के दर्शन कर सकेंगे। यह व्यवस्था इस उद्देश्य से की गई है कि किसी भी श्रद्धालु को लंबी कतारों में प्रतीक्षा न करनी पड़े और अधिक से अधिक भक्त बाबा का आशीर्वाद प्राप्त कर सकें।
सुरक्षा और सुविधा के पुख्ता इंतजाम
वाराणसी के कमिश्नर कौशलराज शर्मा ने बताया कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई है। भीड़ प्रबंधन के लिए बैरिकेडिंग, ट्रैफिक कंट्रोल, मेडिकल सहायता केंद्र और पीने के पानी के स्टॉल लगाए गए हैं। इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
पांच अखाड़ों का विशेष जुलूस और दर्शन व्यवस्था
इस बार महाशिवरात्रि के अवसर पर पांच प्रमुख अखाड़े एक साथ काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचेंगे और बाबा के दर्शन करेंगे। अखाड़ों के दर्शन के समय आम श्रद्धालुओं के दर्शन कुछ समय के लिए स्थगित रहेंगे, ताकि जुलूस और अखाड़ा सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। हालांकि, मंदिर प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि श्रद्धालुओं को कम से कम असुविधा हो इसके लिए समय सारणी पहले ही जारी कर दी जाएगी।
ऑनलाइन दर्शन की विशेष सुविधा
जो श्रद्धालु वाराणसी नहीं पहुंच सकते, उनके लिए मंदिर प्रशासन ने ऑनलाइन दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराई है। श्रद्धालु मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट या विशेष मोबाइल ऐप के जरिए बाबा विश्वनाथ के लाइव दर्शन कर सकेंगे। यह सुविधा विशेष रूप से उन भक्तों के लिए लाभकारी होगी जो भीड़-भाड़ से बचते हुए अपने घर से ही शिवरात्रि के पावन दिन बाबा के दर्शन करना चाहते हैं।
कुंभ मेले को लेकर तैयारियां और महत्व
वाराणसी कमिश्नर कौशलराज शर्मा ने बताया कि आगामी कुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष की महाशिवरात्रि के आयोजन को विशेष महत्व दिया जा रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए न केवल मंदिर परिसर में बल्कि पूरे शहर में साफ-सफाई, सड़क मरम्मत और यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया है। मेले में भाग लेने वाले अखाड़ों के जुलूस भी इस वर्ष के उत्सव को ऐतिहासिक बनाएंगे।
प्रशासन की अपील और दिशा-निर्देश
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मंदिर में दर्शन के दौरान प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। भक्तों से कहा गया है कि भीड़ के दौरान धैर्य रखें, अपने सामान की सुरक्षा करें और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सुविधा केंद्र भी स्थापित किए गए हैं।
श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह
महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा विश्वनाथ के दर्शन का महत्व जानते हुए भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। कई श्रद्धालु परिवार सहित वाराणसी पहुंचे हैं और बाबा के जयकारों से पूरी काशी गूंज रही है। मंदिर के पास लगे भजन-कीर्तन के आयोजन भक्तों को भक्ति के सागर में डुबो रहे हैं।
महाशिवरात्रि 2025 के इस विशेष आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रशासन और मंदिर समिति कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बाबा विश्वनाथ के चरणों में आस्था रखने वाले करोड़ों भक्तों के लिए यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव भी होगा।
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