Home Temple: हिंदू धर्म में मूर्ति पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। इसी वजह से सनतान धर्म के लोगों के घरों में एक मंदिर का स्थान जरूर होता है। इस मंदिर में लोग देवी देवताओं और भगवान की मूर्तियां रखते हैं और पूजा पाठ करते हें। घर के मंदिर में लोग अलग-अलग धातुओं से बनी देवी देवताओं की मूर्तिया रखते हैं। अब सवाल यह उठता है कि घर के मंदिर में आखिर किस धातु से बनी मूर्ति को रखना चाहिए और कौन से धातु की नहीं।
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कौन से धातु से बनी मूर्ति रखें:
कई लोग अपने घर के मंदिर में मिट्टी से बनी मूर्ति रखते हैं कई लोग मंदिर में सोने-चांदी या फिर तांबे से बनी मूर्तियां रखते हैं। कई लोग संगमरमर से बनी मूर्तियां भी रखते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मंदिर में मूर्तियों के लिए वास्तु नियमों का पालन किया जाना जरूरी है। वास्तु के अनुसार, इन नियमों का पालन करने से पूजा के पूर्ण फल की प्राप्ति होती है।
सोने एवं चांदी की मूर्ति:
बता दें कि सनातन धर्म में सोने एवं चांदी को बहुत पवित्र धातु माना गया है। इसी वजह से कई लोग अपने घरों में पूजा के स्थान पर इन धातु से बनी देवी देवताओं की मूर्तियां रखते हैं। ऐसा माना जाता है कि सोने और चांदी से बनी मूर्तियां घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती हैं।
साथ ही घर के मंदिर में इन धातुओं से बनी मूर्तियों को रखने से नकारात्मकता समाप्त हो जाती है। सोना एक ऐसी धातु है जो बृहस्पति ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं चांदी चंद्रमा का प्रतिनिधित्व करती है।
तांबे और पीतल से बनी मूर्तियां:
आपने देखा होगा कि कई लोग अपने घर के मंदिर में तांबे और पीतल से बनी देवी देवताओं और भगवान की मूर्तियां रखते हैं। दरअसल, हिन्दू धर्म पुराणों के अनुसार, तांबे की मूर्ति की पूजा करने से सोने की मूर्ति की पूजा के समान फल मिलता है। वहीं पीतल से मूर्तियों को भी बहुत शुभ माना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि पीतल से बनी देवी-देवताओं की मूर्ति घर में रखने और उनकी पूजा करने से घर के सदस्यों को पूजा का पूरा फल मिलता है। साथ ही माना जाता है कि पीतल की मूर्तियां घर के वातावरण को भी स्वच्छ बनाने में सहायक होती हैं।
मिट्टी से बनी मूर्तियां:
पुराने जमाने में लोग मिट्टी से बनी मूर्तियों का पूजा-पाठ में उपयोग करते थे। आज भी कई धार्मिक कार्यक्रमों में मिट्टी से मूर्तियां रचाी जाती हैं। दरअसल, हिंदू धर्म में मिट्टी से बनी मूर्तियों को पवित्र माना जाता है। ऐसे में अगर आप घर में सोने—चांदी, तांबे या पीतत से बनी मूर्तियों का उपयोग नहीं करना चाहते, तो आप मिट्टी से बनी मूर्तियों को मंदिर में रख सकते है। ऐसा माना जाता है कि मिट्टी से बनी मूर्तियों की पूजा करने से मन को शांति मिलती है। इसके साथ ही घर में खुशहाली आती है।
इन धातुओं का ना करें प्रयोग:
वहीं ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, कभी भी घर के मंदिरों में स्टेनलेस स्टील या एल्युमिनियम धातु से बनी हुई देवी-देवताओं की मूर्तियों को नहीं रखना चाहिए। इन धातुओं से बनी मूर्तियों का पूजा में रखना शुभ नहीं माना जाता। ऐसा माना जाता है कि इन धातुओं से बनी मूर्तियों की पूजा करने से अशुभ फल मिलते हैं।