Home Temple: वास्तु शास्त्र बहुत प्राचीन है और इसका हमारे जीवन में काफी महत्व है। वास्तु शास्त्र में सिर्फ भवन निर्माण के बारे में ही नहीं बताया गया बल्कि इसमें घर में मौजूद हर छोटी बड़ी चीजों को रखने की सही दिशाओं के बारे में बताया गया है। बता दें कि वास्तु शास्त्र में दिशाओं के महत्व के बारे में भी बताया गया है। वास्तु शास्त्र का कहना है कि अगर घर की चीजों को सही दिशा में नहीं रखा जाए तो जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बता दें कि वास्तु शास्त्र में घर के मंदिर और उसमें रखी चीजों के बारे में भी बताया गया है।
पूजा घर और वास्तु के नियम:
बता दें कि हिंदू धर्म में पूजा पाठ का विशेष महत्व है। ऐसे में ज्यादातर लोग अपने घरों में पूजा घर या पूजा का एक स्थान अलग से बनाते हैं। बता दें कि घर में मंदिर में धूप, दीप के लिए माचिस का उपयोग होता है। वहीं वास्तु शास्त्र में घर के मंदिर के बारे में कुछ ऐसे नियम बताए गए हैं। वास्तु के नियमों के अनुसार, घर के मंदिर में माचिस रखना वर्जित है। वास्तु शास्त्र कहता है कि अगर घर के मंदिर में माचिस रखते हैं तो जीवन में कई तरह की परेशानियां आ सकती हैं।
पूजा घर में ना रखें माचिस:
वास्तु शास्त्र का कहना है कि घर के मंदिर में कभी भी माचिस नहीं रखनी चाहिए। वास्तु में पूजा घर में माचिस रखना वर्जित बताया गया है। इसके पीछे कारण यह बताया गया है कि घर में सबसे पवित्र स्थान पूजा घर माना जाता है। ऐसे में घर के पवित्र स्थान पर किसी भी तरह की ज्वलनशील सामग्री नहीं रखनी चाहिए।
नेगेटिव एनर्जी हो सकती हैं आकर्षित:
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मंदिर में माचिस जैसी ज्वलनशील सामग्री रखने से नकारात्मक शक्तियां आकर्षित हो सकती हैं। दरअसल, जब हम घर के मंदिर में धूप, दीप जलाते हैं तो उसके बाद माचिस की तिली को वहीं फेंक देते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, जली हुई तीलियां नेगेटिव एनर्जी को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। इसके साथ ही वास्तु शास्त्र कहता है कि इससे पूजा का भी पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता।
कहां रखें माचिस:
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, हमेशा माचिस को किसी बंद अलमारी या बंद जगह पर रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, ऐसा करना शुभ माना जाता है। वास्तु कहता है कि माचिस को बंद जगह पर रखने से घर में किसी भी तरह की नेगेटिव एनर्जी नहीं आती है।
इन बातों का भी रखें ध्यान:
-वास्तु शास्त्र कहता है कि घर के मंदिर में भूलकर भी कभी बासी या मुरझाए हुए फूल नहीं रखने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि पूजा घर में बासी फूल रखने से घर की उन्नति में रुकावट पैदा हो सकती है।
इसके साथ ही घर के मंदिर में कभी भी टूटी हूई यानी खंडित मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। अगर कोई मूर्ति खंडित हो गई है तो उसे तुरंत पूजा घर से बाहर रख दें। वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर में खंडित मूर्ति से गृह क्लेश उत्पन्न होता है और घर का माहौल तनावपूर्ण हो सकता है। पति-पत्नी या घर के अन्य सदस्यों के बीच मतभेद पैदा हो सकते हैं।