Terror Attack : जम्मू-कश्मीर के रियासी में 9 जून को आतंकी हमले में मारे गए राजस्थान के चार तीर्थयात्रियों के शव मंगलवार को ट्रेन से जयपुर लाए गए। इस दौरान कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित जंक्शन पर मौजूद रहे। उस समय वहां माहौल गमगीन हो गया। मारे जाने वाले 4 लोग एक ही परिवार के सदस्य थे। मृतकों में दो वर्ष का एक बच्चा लिवांश भी शामिल है। बच्चे की मां पूजा सैनी की भी मौत हो गई है। वहीं, उसके पिता पवन घायल हैं। आज सुबह साढ़े नौ बजे जम्मू-कश्मीर में मारे गए चौमूं (जयपुर) के परिवार के चारों शवों को ट्रेन (पूजा एक्सप्रेस) से जयपुर लाया गया। जम्मू-कश्मीर सरकार ने रियासी आतंकी हमले में मारे गए तीर्थयात्रियों के परिजनों को 10 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है।
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तीन बच्चों के सिर से उठ गया मां-बाप का साया
हमले में इसी परिवार के राजेंद्र सैनी और उनकी पत्नी ममता सैनी की भी मौत हो गई। उनके दो बेटे और एक बेटी हैं। तीनों बच्चों के सिर से मां-बाप का साया हट जाने के बाद उनके परिजनों ने बच्चों के लिए सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग की है। परिवार वालों ने मुरलीपुरा थाने के बाहर धरना भी दिया। वहीं भाजपा के राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने उनके बच्चों को गोद लेने का ऐलान किया है।
50 लाख मुआवजा, दो को संविदा पर नौकरी देगी सरकार
चौमूं और मुरलीपुरा थाने के सामने बड़ी संख्या में मृतकों के परिवार वालों के साथ लोग धरना दे रहे हैं। सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग को लेकर मुर्दाबाद के नारे लगाए। सुबह 10.30 बजे से चल रहा धरना शाम साढ़े 4 बजे खत्म हुआ। मृतक आश्रितों को 50 लाख रुपए मुआवजा और दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी, एक डेयरी बूथ देने पर सहमति बनी। हालांकि जयपुर के मुरलीपुरा में अभी सहमति नहीं बनी है।
बुलाई गई 6 थानों की फोर्स
दोपहर करीब 12 बजे चौमूं थाने की सुरक्षा बढ़ा दी गई। 6 थानों की फोर्स बुलाई गई है। वहीं, मुरलीपुरा थाने पर चल रहे धरना-प्रदर्शन के दौरान पहुंचे भाजपा नेता भूपेंद्र सैनी को प्रदर्शनकारियों ने धक्का देकर वहां से हटा दिया। लोगों में इस घटना के बाद से आक्रोश ज्यादा है।
9 जून को आतंकियों ने किया था हमला
आपको बता दें कि दो पहले 9 जून को जम्मू-कश्मीर के रिहासी में श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकियों ने हमला किया था। इस दौरान ड्राइवर को गोली लगने की वजह से बस खाई में गिर गई थी। इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 33 लोग घायल हुए थे। मरने वालों में 4 लोग चौमूं स्थित पांच्यावाली ढाणी और मुरलीपुरा (हरमाड़ा) के थे।
जैश-लश्कर के मुखौटे TRF ने ली जिम्मेदारी
रियासी आतंकी हमले की घटना को लेकर गृह मंत्रालय ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। आंतकियों की इस घटना की जांच में NIA को सौंपी गई है। रियासी में हुए कायराना आतंकी हमले को आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने अंजाम दिया है। यह वही आतंकी संगठन है, जो पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के इशारों पर काम कर रहा है।