Indo-Pak Border: भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र में एक बार फिर संदिग्ध गतिविधि सामने आई है। बीएसएफ की 38 बटालियन के जवानों ने सोमवार तड़के 192 आरडी क्षेत्र में घूमते एक युवक को हिरासत में लिया। युवक की हरकतें संदिग्ध लगने पर तुरंत कार्रवाई की गई।
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Indo-Pak Border: संदिग्ध की पहचान
पकड़े गए युवक की पहचान 21 वर्षीय पंकज पुत्र सोमपाल कश्यप के रूप में हुई है। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के रिहाड़ी गांव का निवासी बताया जा रहा है। उसके पास से कोई वैध पहचान पत्र या सीमा क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति संबंधी दस्तावेज बरामद नहीं हुए हैं। जवानों ने जब उसे रोका तो शुरू में वह घबरा गया और स्पष्ट जवाब नहीं दे पाया कि वह प्रतिबंधित क्षेत्र में आखिर पहुंचा कैसे। पूछताछ में उसने दावा किया कि वह रास्ता भटक गया था, लेकिन सुरक्षा बलों को उसके जवाब संतोषजनक नहीं लगे।
Indo-Pak Border: तुरंत हिरासत, पुलिस को सौंपा
घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक पूछताछ के बाद बीएसएफ ने युवक को स्थानीय पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब उसके मोबाइल फोन, कॉल डिटेल्स, सोशल मीडिया एक्टिविटी और पिछले कुछ दिनों की मूवमेंट की गहन जांच कर रही हैं। सोमवार को संदिग्ध की ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेंटर (जेआईसी) में विस्तृत पूछताछ होगी।
Indo-Pak Border: सीमा पर हाई अलर्ट, सतर्कता दोगुनी
पंजाब और राजस्थान सेक्टर में इन दिनों भारत-पाक सीमा पर हाई अलर्ट घोषित है। ड्रोन गतिविधियों, हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर बीएसएफ ने निगरानी कई गुना बढ़ा दी है। हर बाहरी व्यक्ति की कड़ी जांच की जा रही है। संवेदनशील 192 आरडी क्षेत्र में पहले भी कई बार घुसपैठिए और संदिग्ध पकड़े जा चुके हैं। इस घटना के बाद पूरे सेक्टर में सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी गई है। अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं और रात्रि गश्त की संख्या बढ़ा दी गई है।
Indo-Pak Border: 18 दिन पहले भी जैसलमेर में मिला था संदिग्ध
यह कोई पहली घटना नहीं है। अभी पिछले महीने 30 अक्टूबर को भी राजस्थान के जैसलमेर जिले में भारत-पाक सीमा के पास एक और संदिग्ध व्यक्ति पकड़ा गया था। बिहार के अररिया जिले का निवासी मोहम्मद इकबाल (आयु लगभग 40 वर्ष) मुरार सीमा क्षेत्र में संदिग्ध हालात में घूमता पाया गया था। बीएसएफ की गश्ती टीम ने उसे हिरासत में लिया था। उसके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं थे और पूछताछ में उसके जवाब संदेहास्पद थे। बाद में उसे शाहगढ़ पुलिस को सौंप दिया गया था। उस मामले की जांच अभी भी जारी है।
Indo-Pak Border: बढ़ती चिंता और सवाल
पिछले कुछ महीनों में सीमा के निकट संदिग्ध व्यक्तियों के पकड़े जाने की घटनाएं बढ़ी हैं। सुरक्षा विशेषज्ञ इसे महज संयोग नहीं मान रहे। उनका कहना है कि घुसपैठ, जासूसी या फिर तस्करी के नए तरीकों की कोशिश हो सकती है। खासकर ऐसे युवक जो दूर-दराज के राज्यों से आते हैं और बिना किसी ठोस कारण के अचानक सीमा क्षेत्र में पहुंच जाते हैं, उन पर खुफिया एजेंसियों की विशेष नजर है।
बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, ‘हम किसी भी जोखिम को हल्के में नहीं ले रहे। हर संदिग्ध को गहनता से परखा जा रहा है। सीमा की सुरक्षा देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी है।’ फिलहाल पंकज कश्यप के मामले में सभी एजेंसियां सक्रिय हैं। उसकी पृष्ठभूमि, यात्रा का इतिहास, संपर्क और मकसद की जांच से कई अहम खुलासे होने की संभावना है।
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