ED Raid: राजस्थान की राजधानी जयपुर में मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के निवास पर छापेमारी की। यह छापेमारी राजस्थान के बहुचर्चित 2850 करोड़ रुपये के पीएसीएल घोटाले से जुड़ी बताई जा रही है। ईडी को संदेह है कि इस घोटाले की कुछ राशि प्रताप सिंह के पास भी हो सकती है।
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ED Raid: प्रताप सिंह ने बीजेपी पर बोला हमला
प्रताप सिंह खाचरियावास अशोक गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। खाचरियावास ने ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक साजिश करार दिया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के अधीन आने वाली एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा सरकार की पोल खोल रहा हूं, इसलिए मेरे खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।
ED Raid: खाचरियावास बोले, सरकार मुझे झुका नहीं सकती
खाचरियावास ने आगे कहा, मैं पिछले डेढ़ साल से लगातार सरकार की नीतियों और उनके फैसलों के खिलाफ आवाज उठा रहा हूं। मुझे पहले से पता था कि एक दिन ईडी मेरे घर पहुंचेगी। लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूं। ईडी, इनकम टैक्स या केंद्र सरकार मुझे नहीं झुका सकती। मैं ईश्वर में विश्वास रखता हूं और मृत्यु से नहीं डरता।
ED Raid: राजनीतिक दबाव में की जा रही है छापेमारी
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके परिवार के सदस्यों के यहां भी सर्च अभियान चलाया गया, जो पूरी तरह से बेवजह था। उन्होंने कहा कि हम ईडी को पूरा सहयोग कर रहे हैं, लेकिन यह छापेमारी सिर्फ राजनीतिक दबाव बनाने के लिए की जा रही है।
पीएसीएल घोटाले में ईडी की कार्रवाई
ईडी की कार्रवाई के पीछे कारण बताया जा रहा है कि पीएसीएल घोटाले में प्रताप सिंह की भागीदारी लगभग 30 करोड़ रुपये की बताई जा रही है। गौरतलब है कि इस घोटाले का पहला खुलासा 2011 में जयपुर के चौमूं थाने में हुआ था। कंपनी पर आरोप है कि उसने अवैध तरीके से रियल एस्टेट योजनाओं में निवेश के नाम पर जनता से हजारों करोड़ की ठगी की। सुप्रीम कोर्ट ने 2016 में इस मामले में रिटायर्ड सीजेआई आरएम लोढ़ा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था, जिसके निर्देश पर कंपनी की संपत्तियों को नीलाम कर निवेशकों को भुगतान करने की प्रक्रिया शुरू हुई।
कांग्रेस नेताओं का बीजेपी सरकार पर पलटवार
ईडी की छापेमारी को लेकर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास के निवास पर ईडी की रेड निंदनीय है। यह पूरी तरह से राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई है। 2020 में जब राजस्थान में कांग्रेस सरकार गिराने की कोशिशें हो रही थीं, तब भी खाचरियावास को घंटों पूछताछ के लिए बुलाया गया था। अब फिर से ईडी का आना बताता है कि उन्हें टारगेट किया जा रहा है।
‘विपक्ष के नेताओं पर एजेंसियों का दुरुपयोग राजनीतिक प्रतिशोध’
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी इस कार्रवाई को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, प्रताप सिंह खाचरियावास के निवास पर ईडी की कार्रवाई सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल खड़े करती है। विपक्ष के नेताओं पर एजेंसियों का दुरुपयोग राजनीतिक प्रतिशोध का साफ संकेत है। हम संविधान के मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और कांग्रेस जनता की आवाज को बुलंद करती रहेगी।
राजनीतिक माहौल गरमाया
इस कार्रवाई से राजस्थान की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। कांग्रेस जहां इसे सत्ताधारी दल भाजपा द्वारा डराने की रणनीति बता रही है, वहीं भाजपा की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी लोकसभा चुनावों से पहले इस प्रकार की जांच-पड़तालें और तेज हो सकती हैं, जिससे राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर और तीव्र होगा।
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