Lok Sabha Speaker: ओम बिरला को फिर से लोकसभा स्पीकर के रूप में चुना गया है। ध्वनिमत से हुए इस फैसले में सभी सदस्यों ने एकमत होकर उनका समर्थन किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ओम बिरला को स्पीकर की चेयर तक लेकर गए, जो भारतीय राजनीति में एकता और सम्मान का प्रतीक है। बिरला के चेयर संभालने के बाद पीएम मोदी और राहुल गांधी ने उन्हें बधाई दी। आज सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर सबसे पहले उन नवनिर्वाचित सांसदों का नाम शपथ लेने के लिए पुकारा गया जिनको संसद सदस्यता की शपथ ली थी।
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पीएम मोदी ने रखा ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव
सदन के प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदन में कहा कि लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर उनको 16 नोटिस मिला हैं। उन्होंने सबसे पहले प्रस्ताव पेश करने के लिए पीएम मोदी का नाम लिया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में नए लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा। इसके बाद इसका रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समर्थन किया। जेडीयू नेता एवं केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने लोकसभा अध्यक्ष के लिए ओम बिरला का नाम प्रस्तावित किया, इसके बाद रालोद सांसद राजकुमार सांगवान ने समर्थन किया। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी ओम बिरला का नाम प्रस्तावित किया, जिसका समर्थन केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। बीजेपी और उनकी सहयोगी दलों के नेताओं ने ओम बिरला के नाम का समर्थन किया।
विपक्षी गठबंधन ने के सुरेश के नाम का रखा प्रस्ताव
वहीं विपक्षी गठबंधन की तरफ से शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद अरविंद सांवत ने लोकसभा अध्यक्ष के पद के लिए के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव सदन में रखा। इसके बाद आरएसपी नेता एनके प्रेमचंद्रन ने उनका समर्थन किया। विपक्षी दलों की तरफ से अन्य कई नेताओं ने भी के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव सदन में रखा और कई सांसदों ने उनका समर्थन किया। इसके बाद सदन के प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने ध्वनिमत से ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा कर दी।
नहीं हुई वोटिंग, ध्वनिमत से प्रस्ताव पास
सदन में ओम बिरला और के सुरेश के नाम प्रस्ताव आने के बाद ध्वनिमत से प्रस्ताव को पास कर दिया गया। इससे पहले संभावना जताई जा रही थी कि विपक्ष इस पर वोटिंग कराने की मांग कर सकता है। लेकिन विपक्ष ने ऐसी कोई मांग नहीं रखी। इसके बाद इस प्रस्ताव को पास मान लिया गया। इस प्रकार प्रधानमंत्री मोदी ने दूसरी बार स्पीकर चुने जाने पर ओम बिरला को बधाई दी।
स्पीकर बनते ही ओम बिरला ने किया आपातकाल का जिक्र
लोकसभा स्पीकर बनने के बाद ओम बिरला ने अपने पहले भाषण में साल 1975 में तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी द्वारा लगाई गई इमरजेंसी को लेकर विपक्ष को संसद में जमकर सुनाया। लोकसभा अध्यक्ष ने इमरजेंसी के दौरान लगाई गई कई पाबंदियों और ज्यादतियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा भारत की पहचान पूरी दुनिया में ‘लोकतंत्र की जननी’ के तौर पर है। उन्होंने कांग्रेस को घेरते हुए सदन में दो मिनट का मौन भी रखा। इस दौरान सदन में भारी हंगामा हो गया और विपक्षी दलों के नेताओं ने जमकर नारेबाजी की।
लोकसभा अध्यक्ष ने राहुल गांधी को दी विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता दी है। लोकसभा सचिवालय ने इसे लेकर लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह के हस्ताक्षर से एक अधिसूचना जारी की है। इसमें कहा गया है कि स्पीकर ने पार्लियामेंट एक्ट, 1977 के तहत विपक्ष के नेताओं के वेतन और भत्ते की धारा-2 के संदर्भ में, लोकसभा में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को 9 जून, 2024 से लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता दी है।