Kedarnath by-Election Result: केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव 2024 के नतीजों में भाजपा की आशा नौटियाल ने कांग्रेस के मनोज रावत को हराकर जीत दर्ज की है। यह जीत भाजपा के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को 23,814 मत मिले। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को 18,191 मत मिले है। 5,623 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है। केदारनाथ सीट पर एक बार फिर से यह मिथक सच साबित हुआ कि यहां महिला प्रत्याशी को जीत मिलती है। आशा नौटियाल ने इसे कायम रखा। इस जीत से भाजपा ने न केवल अपनी स्थिति मजबूत की, बल्कि यह भी दिखाया कि जनता का समर्थन पार्टी के साथ है। कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को हार का सामना करना पड़ा, जो पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है।
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केदारनाथ के विकास के लिए समर्पित होगा कार्यकाल: आशा नौटियाल
केदारनाथ विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने के बाद भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने अपनी प्रतिक्रिया में विकास को प्राथमिकता और विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने अपनी सफलता को जनता के समर्थन और भाजपा की विकासपरक नीतियों का परिणाम बताया। आशा नौटियाल ने कहा कि हमने चुनाव पूरी तरह से विकास के मुद्दों पर लड़ा है। क्षेत्र के विकास और जनकल्याण योजनाओं पर फोकस करके जनता का विश्वास जीता।
केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र: महिलाओं का दबदबा
केदारनाथ विधानसभा सीट उत्तराखंड की राजनीति में एक अनूठी पहचान रखती है, जहां महिला उम्मीदवारों का प्रदर्शन हमेशा उल्लेखनीय रहा है। इस सीट पर अब तक छह चुनाव हुए हैं, जिनमें से पांच बार महिला विधायक चुनी गईं।
महिलाओं का प्रदर्शन (2002–2024)
2002: आशा नौटियाल (भाजपा) ने पहली बार यह सीट जीतकर महिला नेतृत्व की शुरुआत की।
2007: आशा नौटियाल ने भाजपा की ओर से दूसरी बार जीत दर्ज की, अपनी लोकप्रियता को बरकरार रखा।
2012: इस बार सीट पर बदलाव हुआ, लेकिन महिला विधायक का सिलसिला कायम रहा।
2017: महिला नेतृत्व ने एक बार फिर इस क्षेत्र में अपनी मजबूती दिखाई।
2024 (उपचुनाव): आशा नौटियाल (भाजपा) ने तीसरी बार इस सीट पर जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस के मनोज रावत को 5623 वोटों के अंतर से हराया।
केदारनाथ सीट का विशेष मिथक
महिला विधायकों की जीत की परंपरा इस सीट को अन्य विधानसभा क्षेत्रों से अलग बनाती है। महिलाओं का यह प्रदर्शन क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता और प्रभाव को दर्शाता है। भाजपा ने इस क्षेत्र में महिलाओं को प्राथमिकता देकर सामाजिक और राजनीतिक संतुलन साधा है। कांग्रेस और अन्य दलों के लिए यह संदेश है कि इस सीट पर महिला नेतृत्व का समर्थन करने से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। केदारनाथ सीट पर महिलाओं का यह दबदबा राजनीति में महिला सशक्तिकरण और उनकी क्षमता पर भरोसे का प्रतीक है।
हरीश रावत परिणाम को लेकर चिंतिंत
केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव परिणाम ने दोनों प्रमुख दलों के नेताओं को प्रतिक्रिया देने पर मजबूर किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस परिणाम को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह नतीजे केवल केदारनाथ तक सीमित नहीं हैं, बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए चिंताजनक हैं। उनका बयान कांग्रेस की कमजोर स्थिति और राज्य में भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता पर चिंता का संकेत देता है।
महेंद्र भट्ट ने जताई खुशी
उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भाजपा की जीत पर खुशी जताई। उन्होंने केदारनाथ की जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह जीत केंद्र और राज्य सरकार की विकास योजनाओं पर जनता की मुहर है। यह भाजपा की नीतियों और “डबल इंजन सरकार” की कामयाबी का प्रमाण माना जा रहा है।
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