Jammu Kashmir Elections: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 20 प्रतिशत उम्मीदवारों पर अपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें हत्या, बलात्कार और अन्य गंभीर आरोप शामिल हैं। यह जानकारी भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) में दाखिल किए गए हलफनामों से प्राप्त हुई है। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, उम्मीदवारों द्वारा नामांकन पत्रों के साथ स्व-शपथ पत्र दाखिल किए जाते हैं, जिसमें वे अपनी आपराधिक पृष्ठभूमि का खुलासा करते हैं। हालांकि, उम्मीदवार चुनावी मैदान में बने रह सकते हैं क्योंकि कानून के अनुसार, जब तक अदालत में आरोप सिद्ध नहीं होते, किसी भी नागरिक को निर्दोष माना जाता है। इस स्थिति का प्रभाव चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और जनता की जागरूकता पर पड़ सकता है, और यह भी दर्शाता है कि चुनावी उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया में कानूनी जटिलताएँ हो सकती हैं।
238 उम्मीदवारों में से 47 पर आपराधिक मामले दर्ज
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 238 उम्मीदवारों में से 47 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से भाजपा के चार उम्मीदवार, पीडीपी के चार उम्मीदवार, कांग्रेस के दो उम्मीदवार और नेशनल कॉन्फ्रेंस का एक नेता शामिल हैं। इन 47 में से सात उम्मीदवारों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोप हैं, जिसमें से एक पर बलात्कार का मामला भी दर्ज है। इसके अलावा, 37 उम्मीदवारों पर अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं, और तीन उम्मीदवारों पर हत्या के मामले हैं।
Table of Contents
आठ निर्वाचन क्षेत्रों को घोषित किया रेड अलर्ट
चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों की मौजूदगी के कारण आठ निर्वाचन क्षेत्रों को “रेड अलर्ट” निर्वाचन क्षेत्र घोषित किया है। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, किसी भी निर्वाचन क्षेत्र को तब रेड अलर्ट घोषित किया जाता है जब वहां तीन या उससे अधिक उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होते हैं।
114 स्नातक, छह डिप्लोमा धारक, एक अशिक्षित
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतरे उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता औसतन कम है। चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों में से अधिकांश की शैक्षणिक योग्यता 5वीं से 12वीं कक्षा के बीच है। दिलचस्प बात यह है कि इनमें से एक उम्मीदवार ने खुद को अशिक्षित घोषित किया है। यह आंकड़ा दिखाता है कि चुनावी प्रतिस्पर्धा में शामिल अधिकांश उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता और आयु विविधता का प्रतिनिधित्व करती है।
– 114 उम्मीदवार स्नातक या उससे ऊपर की योग्यता के हैं।
– छह उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं।
– 84 उम्मीदवार 25-40 वर्ष आयु वर्ग के हैं।
– 105 उम्मीदवार 41-60 वर्ष आयु वर्ग के हैं।
– 49 उम्मीदवार 61-80 वर्ष आयु वर्ग के हैं।
मुख्य मुकाबला बीजेपी और एनसी-कांग्रेस गठबंधन के बीच
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए केवल तीन महिला उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चरण में मुख्य मुकाबला भाजपा और एनसी-कांग्रेस गठबंधन के बीच है, जबकि पीडीपी भी चुनावी चुनौती पेश कर रही है। दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर को है। इस चरण में मतदान के दिन मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था और चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे।