Delhi Congress: कांग्रेस ने मंगलवार, यानि आज 30 अप्रैल को अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे के बाद देवेंद्र यादव को दिल्ली कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है। अरविंदर सिंह लवली ने रविवार को अपनी ही पार्टी की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए लोकसभा चुनाव के बीच मैं ही इस्तीफा देने की घोषणा की थी।
वहीं वर्तमान में पंजाब कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद भी इस पद पर बने रहेंगे। हालाँकि जहां पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी एक दूसरे के आमने सामने है, वहीं दिल्ली में दोनों पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ रही हैं। गौरतलब है कि दिल्ली इकाई के विरोध के बावजूद भी कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी (आप) से गठबंधन किया है, जिसके बाद अरविंदर सिंह लवली ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
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क्या कहा अरविंदर सिंह लवली ने ?
लवली ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे अपने इस्तीफे में कहा था कि वह अपने आप को बेहद लाचार महसूस कर रहे थे। क्योंकि कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया दिल्ली इकाई के वरिष्ठ नेताओं द्वारा सर्वसम्मति से लिए गए सभी निर्णयों पर प्रतिबंध लगा देते थे|
इसके साथ ही किसी दूसरी पार्टी में शामिल होने की बात पर लवली ने साफ़ इंकार कर दिया। राजेश लिलोठिया के साथ-साथ देवेंद्र यादव का नाम भी लवली के इस्तीफे के बाद से दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में आया था।
देवेंद्र यादव कौन हैं?
दिल्ली की बादली सीट से चुनाव जीतकर देवेंद्र यादव विधायक रह चुके हैं। 2008 और 2013 में उन्होंने विधानसभा चुनाव जीता था। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी में भी वह सदस्य हैं। 25 मई को दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर छठे चरण की वोटिंग होगी। यहाँ बीजेपी कांग्रेस-आप गठबंधन से मुकाबला कर रही है। बीजेपी ने पिछले दो चुनावों में सभी सात सीटों पर जीत हासिल की है।
इस वजह से नाराज थे अरविंदर सिंह लवली:
कांग्रेस के अंदरूनी स्रोतों के अनुसार, पार्टी अध्यक्ष ने लवली को भरोसा दिलाया था कि वह लोकसभा चुनावों में कई वरिष्ठ लोगों को टिकट दे सकती है। माना जाता है कि वह दिल्ली उत्तर पूर्व से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने कन्हैया कुमार को वहां से टिकट दिया, जिससे लवली सबसे ज्यादा नाराज हैं। साथ ही, अपने इस्तीफे में दिल्ली के प्रभारी दीपक बाबरिया को अरविंदर सिंह लवली ने घेर लिया और उनके व्यवहार पर आपत्ति जताई।
और भी हो सकते हैं इस्तीफे:
दिल्ली कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि आने वाले दिनों में और भी इस्तीफे आ सकते हैं। कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा कि दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में लवली शामिल हैं| यह एक ऐसा वर्ग है जिसने राष्ट्रीय राजधानी में आप के खिलाफ भ्रष्टाचार और राजनीतिक हिंसा के खिलाफ एक मोर्चा बनाया है।
कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने 2013 में लवली जैसे नेताओं के खिलाफ पहली बार अभियान चलाया था। राजकुमार चौहान और संदीफ दीक्षित भी लिस्ट में शामिल हैं। दीपक बाबरिया के व्यवहार से असंतोष व्यक्त करते हुए पिछले हफ्ते चौहान ने भी पार्टी छोड़ दी थी।
पार्टी छोड़ने के लिए किया गया मजबूर:
कांग्रेस पार्टी में अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफा देने के बाद घमासान और तेज हो गया है। अरविंदर सिंह लवली ने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद कहा कि वह पार्टी में बने रहना चाहते हैं लेकिन ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जिससे वह पार्टी में रह ना सके ।
लवली ने कहा कि हाईकमान उनके इस्तीफे के बाद बहुत से पूर्व विधायकों के उनके घर आने से परेशान है। लवली ने कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व का हवाला देते हुए कहा कि मेरा इस्तीफा चार घंटे के भीतर स्वीकार कर लिया गया|