Delhi Politics: दिल्ली के पूर्व कांग्रेस विधायक नसीब सिंह और नीरज बसोया ने लोकसभा चुनाव 2024 के बीच में ही कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है, जिससे कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। इससे पहले हाल ही में 28 अप्रैल को अरविंदर सिंह लवली ने भी दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
नसीब सिंह और नीरज बसोया ने अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे के दो दिन बाद ही पार्टी छोड़ दी है। बताया जा रहा है कि नसीब और नीरज की नाराजगी की वजह भी वही है जिसके चलते लवली ने नाराज होकर पार्टी छोड़ दी थी।
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AAP के साथ समझौता अपमानजनक है-नीरज बसोया:
मल्लिकार्जुन खरगे को कांग्रेस पार्टी छोड़ते हुए नसीब सिंह और नीरज बसोया ने पत्र लिखा है। अपने त्यागपत्र में पूर्व विधायक नीरज बसोया ने लिखा कि कांग्रेस का आप पार्टी के साथ गठबंधन होना बहुत अपमानजनक बात है। उन्होंने लिखा कि पिछले सात वर्षों में आप पार्टी कई घोटालों में शामिल रही है।
साथ ही आप पार्टी के तीन प्रमुख नेता सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल इस समय जेल में हैं। इस पार्टी पर दिल्ली शराब घोटाला और दिल्ली जल बोर्ड घोटाला जैसे गंभीर करप्शन के आरोप लगाए गए हैं। नीरज ने यह भी लिखा कि आप पार्टी हमेशा से ही कांग्रेस पार्टी और इसके नेताओं पर आरोप लगाती आई है।
ऐसे में कांग्रेस ने आप पार्टी के साथ गठबंधन करके ऐसा महसूस हो रहा है की जैसे कांग्रेस ने आप पर लगे सभी आरोपों को नजरअंदाज करके उन्हें क्लीन चीट दे दी है। उन्होंने आगे लिखा कि वह इन सबका हिस्सा नहीं बन सकते बन सकते हैं इसलिए पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं|
क्या लिखा नसीब सिंह ने:
इसके साथ ही, पूर्व विधायक नसीब सिंह ने भी कांग्रेस आलाकमान खरगे को भेजे अपने त्यागपत्र में लिखा कि जिन देवेंद्र यादव ने पंजाब प्रभारी के रूप में अरविंद केजरीवाल के झूठे एजेंडे के खिलाफ अभियान चलाया था। उन्हीं देवेंद्र यादव को आपने डीपीसीसी प्रमुख बनाया है और आज उन्हें दिल्ली में केजरीवाल की प्रशंसा करने और उनका समर्थन करने की जिम्मेदारी दी गई है।
उन्होंने आगे लिखा कि हाईकमान ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली और उत्तर-पश्चिमी दिल्ली सीटों पर दो बाहरी व्यक्तियों को टिकट दिया है,जिनका पार्टी की विचारधारा से कोई जुड़ाव या संबंध नहीं रखते हैं। साथ ही उन्होंने लिखा कि एआईसीसी के पर्यवेक्षक के रूप में उन्होंने देखा है कि उत्तर पश्चिम सीट पर जो आप पार्टी के उम्मीदवार हैं वो स्थानीय पार्टी कार्यकर्ता का सम्मान नहीं करते हैं। जहां उत्तर पश्चिम दिल्ली के उम्मीदवार कहते हैं कि उन्हें स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कोई मदद नहीं चाहिए क्योंकि वे कांग्रेस को 4% वोट देने वाली पार्टी मानते हैं।
इंदिरा गांधी का अपमान किया:
इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि उत्तर पूर्वी के उम्मीदवार ने सार्वजनिक रूप से हमारी पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी का अपमान भी किया है। इससे ऐसा लगता है कि आप पार्टी के उत्तर-पश्चिमी दिल्ली और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के उम्मीदवार व्यावहारिक रूप से कांग्रेस के टिकट पर हैं।
ऐसा प्रतीत होता है कि आज कांग्रेस दिल्ली में सिर्फ एक सीट पर चुनाव लड़ रही है बाकि 2 सीटों पर पार्टी ने कम्युनिस्टों और लेफ्टिस्टों को चुना है जो पार्टी के सिद्धांतों से बिल्कुल विपरीत राय रखते हैं। आज पार्टी में जो कुछ भी हो रहा है वह उसे बेहद दुखी हैं और आप पार्टी एवं कांग्रेस गठबंधन से असंतुष्ट हैं| इसलिए वह कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं|
लवली ने 28 अप्रैल को दिया था इस्तीफा:
इससे पहले अरविंदर सिंह लवली ने भी 28 अप्रैल को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वह कन्हैया कुमार और उदित राज को टिकट दिए जाने पर नाराज होने के साथ-साथ कांग्रेस और आप के गठबंधन से असंतुष्ट थे।
लवली सिंह ने भी पार्टी छोडते समय ने कहा था कि कांग्रेस पर आप पार्टी लगातार आरोप लगाते आई है और उसके कई नेता जेल में हैं। ऐसे में कांग्रेस, आप पार्टी से गठबंधन कैसे कर सकती है| इसी वजह से नसीब सिंह और नीरज बसोया ने भी 1 मई को कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है।