Bihar New Govt: बिहार विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद एनडीए गठबंधन ने नई सरकार गठन का रोडमैप तैयार कर लिया है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन ने 243 सीटों में से भारी बहुमत हासिल किया, जिसके दम पर नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री पद संभालेंगे। मंत्रिमंडल विस्तार का फॉर्मूला लगभग फाइनल हो चुका है, जिसमें जेडीयू और बीजेपी को बराबरी का हिस्सा मिलेगा। बीजेपी को दो उपमुख्यमंत्री पद भी दिए जाने की संभावना है, जो गठबंधन की मजबूती का संकेत देता है।
Bihar New Govt: नीतीश कुमार का नेतृत्व बरकरार, एनडीए की मजबूत वापसी
बिहार की राजनीति में एक बार फिर नीतीश कुमार का दबदबा कायम है। हालिया विधानसभा चुनावों में एनडीए ने आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन को करारी शिकस्त दी। जेडीयू को 85 सीटें मिलीं, जबकि बीजेपी ने 89 सीटों पर कब्जा जमाया। छोटे सहयोगियों में चिराग पासवान की एलजेपी (आर) को 19, जीतन राम मांझी की एचएएम को 5 और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम को 4 सीटें हासिल हुईं। इस भारी बहुमत के साथ एनडीए ने सरकार गठन की प्रक्रिया तेज कर दी है। नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के रूप में चुना जाना तय माना जा रहा है, जो राज्य की विकास और सुशासन की उनकी पुरानी छवि को मजबूत करेगा।
Bihar New Govt: मंत्रिमंडल में बराबरी का फॉर्मूला: 31 मंत्री लेंगे शपथ
मंत्रिमंडल गठन में पारदर्शिता और संतुलन का पूरा ध्यान रखा गया है। कुल 36 मंत्री पद संभव हैं, लेकिन राजनीतिक जरूरतों को देखते हुए 5 सीटें खाली रखी जाएंगी। इनमें से 31 मंत्री शपथ लेंगे। जेडीयू और बीजेपी को बराबर 13-13 पद मिलेंगे, जो गठबंधन की मजबूती को दर्शाता है। ‘एक विधायक पर एक मंत्री’ के फॉर्मूले के बजाय ‘6 विधायकों पर एक मंत्री’ का आधार अपनाया गया है। इससे छोटे दलों को भी प्रतिनिधित्व मिलेगा। एलजेपी (आर) को 3, एचएएम को 1 और आरएलएम को 1 मंत्री पद आवंटित किया जाएगा। यह वितरण क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन सुनिश्चित करेगा, खासकर पूर्वांचल, मगध और कोशी क्षेत्रों से।
Bihar New Govt: बीजेपी को दो डिप्टी CM: उत्तर प्रदेश मॉडल की तर्ज पर
गठबंधन में बीजेपी की मजबूत भूमिका को देखते हुए उन्हें दो उपमुख्यमंत्री पद दिए जाने की चर्चा जोरों पर है। यह फैसला बीजेपी के संगठनात्मक हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है, जो उत्तर प्रदेश की तर्ज पर होगा। एक डिप्टी सीएम पूर्वी बिहार से और दूसरा पश्चिमी बिहार से हो सकते हैं, ताकि राज्य के हर कोने का प्रतिनिधित्व हो। नामों की घोषणा आज होने की संभावना है। बीजेपी विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक आज सुबह 11 बजे पटना में हो रही है, जिसमें संभावित मंत्रियों की सूची और डिप्टी सीएम के नाम फाइनल होंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी से यह बैठक और अहम हो जाती है। शाह के मार्गदर्शन में गठबंधन की एकजुटता पर जोर दिया जाएगा।
Bihar New Govt: स्पीकर पद बीजेपी को, विधानसभा संचालन में मजबूत पकड़
सत्ता के अन्य महत्वपूर्ण पदों पर भी बीजेपी का दबदबा रहेगा। विधानसभा स्पीकर का पद बीजेपी कोटे से भरा जाएगा, जो सदन के संचालन में पार्टी को मजबूती देगा। इससे विपक्ष के किसी भी हंगामे को आसानी से संभाला जा सकेगा। एनडीए के पास 160 से अधिक विधायक हैं, जो बहुमत से कहीं ज्यादा है। यह मजबूत संख्या सरकार को लंबे समय तक स्थिर रखेगी।
Bihar New Govt: गठबंधन की मजबूती और चुनौतियां
यह फॉर्मूला एनडीए की एकता का प्रतीक है। जेडीयू और बीजेपी के बीच बराबरी का हिस्सा गठबंधन को मजबूत बनाएगा, लेकिन छोटे दलों की महत्वाकांक्षाओं से निपटना चुनौती होगी। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह व्यवस्था 2025 के विधानसभा चुनावों तक गठबंधन को एकजुट रखेगी। नीतीश कुमार की अगुवाई में सरकार विकास, बुनियादी ढांचा और रोजगार पर फोकस करेगी। विपक्षी दलों ने इसे ‘बीजेपी का वर्चस्व’ बताते हुए आलोचना की है, लेकिन एनडीए इसे सामूहिक निर्णय बता रहा है।
Bihar New Govt: शपथ ग्रहण और नीतिगत घोषणाएं
आज की बैठक के बाद मंत्रिमंडल की सूची जारी हो सकती है। शपथ ग्रहण समारोह जल्द ही आयोजित होगा, जिसमें नीतीश कुमार के साथ नए मंत्री शामिल होंगे। सरकार के पहले सत्र में बजट सत्र की तैयारियां और प्रमुख योजनाओं की घोषणा होगी। बिहार के लोगों की उम्मीदें ऊंची हैं, खासकर शिक्षा, स्वास्थ्य और सिंचाई क्षेत्र में। एनडीए ने वादा किया है कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ को साकार किया जाएगा।
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